दिल्ली में आयोजित एक पुस्तक विमोचन इवेंट को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर
नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर दिल्ली में आयोजित एक पुस्तक विमोचन इवेंट में पाकिस्तान को लेकर बड़ा दिया है। वैसे इस इवेंट में विदेश मंत्री न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और मालदीव पर भी बोले। हालांकि वह पाकिस्तान पर ज्यादा बरसे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत का दौर खतम हो गया। अब हर कदम पर उसको उसी के भाषा जवाब दिया जाएगा।
अफगानिस्तान को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि सामाजिक स्तर पर, लोगों के बीच आपसी संबंध मजबूत हैं। वहीं बांग्लादेश पर हम मौजूदा सरकार से निपटेंगे। मालदीव पर उन्होंने कहा मालदीव के प्रति हमारे दृष्टिकोण में उतार-चढ़ाव रहे हैं।
पाकिस्तान पर और क्या बोले एस जयशंकर
पाकिस्तान पर बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग समाप्त हो गया है। कार्रवाई के परिणाम होते हैं। जहाँ तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, अनुच्छेद 370 समाप्त हो गया है। इसलिए, मुद्दा यह है कि हम पाकिस्तान के साथ किस तरह के रिश्ते पर विचार कर सकते हैं।मैं जो कहना चाहता हूँ वह यह है कि हम निष्क्रिय नहीं हैं, और चाहे घटनाएँ सकारात्मक या नकारात्मक दिशा में हों, हम किसी भी तरह से प्रतिक्रिया करेंगे।
अफगानिस्तान पर क्या बोले जयशंकर
अफगानिस्तान पर बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि सामाजिक स्तर पर, लोगों के बीच आपसी संबंध मजबूत हैं। आज अपनी अफगान नीति की समीक्षा करने के बाद, हम अपने हितों के बारे में बहुत स्पष्ट हैं। हम अपने सामने मौजूद विरासत में मिली समझ से भ्रमित नहीं हैं। हमें यह समझना चाहिए कि अमेरिका की मौजूदगी वाला अफगानिस्तान अमेरिका की मौजूदगी के बिना वाले अफगानिस्तान से बहुत अलग है।
Pleased to release Amb Rajiv Sikri’s book ‘Strategic Conundrums: Reshaping India’s Foreign Policy’ today.
Spoke about our Neighbourhood First approach and multi-vector foreign policy. https://t.co/B1DlMXeZaf pic.twitter.com/35jC7K5vzW
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 30, 2024
बांग्लादेश पर क्या बोले विदेश मंत्री
बांग्लादेश के बारे में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि हम मौजूदा सरकार से निपटेंगे। हमें यह पहचानना होगा कि राजनीतिक परिवर्तन हुए हैं और वे विघटनकारी हो सकते हैं। स्पष्ट रूप से, यहां हमें हितों की पारस्परिकता पर ध्यान देना होगा।दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि पड़ोसी हमेशा एक पहेली होते हैं। मुझे बताएं कि ऐसा कौन सा देश है जिसके पड़ोसियों के साथ चुनौतियां नहीं हैं।
मालदीव पर क्या बोले एस जयशंकर
मालदीव, बांग्लादेश के बारे में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि मालदीव के प्रति हमारे दृष्टिकोण में उतार-चढ़ाव रहे हैं। एक निश्चित रूप से निरंतरता की कमी है। यहाँ। यह एक ऐसा रिश्ता है जिसमें हम बहुत गहराई से निवेशित हैं और मालदीव में यह मान्यता है कि यह रिश्ता एक स्थिर शक्ति है जब वे आर्थिक चुनौतियों के मामले में अपनी संभावनाओं के बारे में चिंतित होने के कारण अशांत पानी में जा रहे हैं।