
पेशावर में पुलिस लाइन के बाहर धमाका (सोर्स- सोशल मीडिया)
Blast in Peshawar: पाकिस्तान के पेशावर में पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग के स्टेशन में एक बड़ा धमाका हुआ है। इस धमाके में अभी तक एक व्यक्ति की मौत हुई है और कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह धमाका शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ है। हालांकि, पुलिस ने इसे आतंकी हमले से अलग नहीं बताया।
बताया जा रहा है कि विस्फोट विभाग के विस्फोटक भंडार में हुआ और इसके कारण इमारत के कई हिस्से भी ढह गए। पाकिस्तान में बम धमाके कोई नई घटना नहीं हैं। इसी साल सितंबर में क्वेटा में भी एक जबरदस्त धमाका हुआ था, जिसमें 13 लोग मारे गए थे। उस हमले में पाकिस्तानी सेना की एक गाड़ी को निशाना बनाया गया था।
इस धमाके का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। वीडियो में दिख रहा है कि एक सड़क पर तेज गति से जा रही पाकिस्तानी सेना की गाड़ी को निशाना बनाकर जोरदार विस्फोट किया गया। इस धमाके में गाड़ी में सवार सभी सैनिकों की मौत हो गई थी।
Another Asmani Bijli moment but this time in Peshawar ISPR bots claim that the cause of the blast is a short circuit, but you can clearly hear gunshots being fired in the audio. ISPR needs to bring better churan for the bots. pic.twitter.com/Irz6bY4zax — OsintTV 📺 (@OsintTV) November 2, 2025
इससे पहले पिछले हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में दो अलग-अलग विस्फोट में एक वरिष्ठ अधिकारी समेत तीन पुलिसकर्मी मारे गए और एक अन्य अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुआ था। पहला विस्फोट गुलमीना पुलिस चेकपोस्ट को निशाना बनाकर किया गया था। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) असद जुबैर अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर रवाना हुए।
एसपी जुबैर की गाड़ी पर रिमोट कंट्रोल से बम फेंका गया, जिससे मौके पर ही वे और दो अन्य पुलिसकर्मी मारे गए। एक अन्य अधिकारी घायल हुआ, जिसे तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल अधिकारी की हालत गंभीर बताई गई थी।
विस्फोटों की जिम्मेदारी किसी समूह ने नहीं ली थी, लेकिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पर इसका शक जताया गया था। इस क्षेत्र में टीटीपी आए दिन पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को अपना निशाना बनाता रहता है।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने इन हमलों की कड़ी निंदा की और पुलिस महानिरीक्षक से पूरी रिपोर्ट मांगी। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी और जांच जारी रखी।






