सांकेतिक तस्वीर, ( सो. सोशल मीडिया )
तेहरान: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव के बीच उत्तरी ईरान के सेमनान क्षेत्र में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप सेमनान शहर से 27 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दर्ज किया गया। स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। वर्तमान में दोनों देशों के बीच जारी सैन्य तनाव के मद्देनज़र यह प्राकृतिक घटना चिंता का एक और कारण बन गई है।
10 किलोमीटर की गहराई पर आए भूकंप के बाद यह अटकलें फैल रही हैं कि कहीं तेहरान सरकार ने परमाणु हथियार का परीक्षण तो नहीं किया। यह संदेह इसलिए पैदा हुआ है क्योंकि भूकंप का केंद्र ईरान के एक मिसाइल परिसर के नजदीक था, जिससे लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं।
पश्चिमी ईरान में आए भूकंप ने एक ऐसे माहौल में दस्तक दी है, जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है। शनिवार को भी दोनों देशों के बीच हवाई हमलों का सिलसिला जारी रहा। इससे पहले, ईरान ने स्पष्ट रूप से यह बात कही थी कि वह किसी भी दबाव में आकर अपने परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा नहीं करेगा, खासकर जब सुरक्षा संबंधी खतरे मौजूद हों।
ईरानी समाचार एजेंसी के अनुसार, इस भूकंप में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, हालांकि कुछ मामूली नुकसान जरूर हुआ है। यह देश, जो पहले से ही संघर्षों से जूझ रहा है, दुनिया के सबसे अधिक भूकंप-प्रभावित क्षेत्रों में आता है। यह अल्पाइन-हिमालयी भूकंपीय पट्टी पर स्थित है, जहां अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स आपस में टकराती हैं। जिसके वजह से ईरान में हर साल लगभग 2100 भूकंप आते हैं, जिनमें से अधिकांश की तीव्रता 5.0 या उससे अधिक होती है। वर्ष 2006 से 2015 के दौरान ईरान में कुल 96,000 भूकंप दर्ज किए गए।
इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष दूसरे हफ्ते में भी जारी है। शनिवार को इजरायली सेना ने घोषणा की कि उन्होंने ईरान के तीन सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाकर मार गिराया है। साथ ही, उन्होंने ईरान के इस्फहान स्थित परमाणु संयंत्र पर दोबारा हमला किया है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ईरान पर इजरायली हमले के कारण पिछले सप्ताह से अब तक 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता होसैन करमनपुर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया, “आज सुबह तक के आंकड़ों के मुताबिक, इजरायल के मिसाइल और ड्रोन हमलों में 400 से अधिक ईरानी नागरिकों की मृत्यु हो गई है, जबकि 3,056 लोग घायल हुए हैं।”
इसी बीच, अमेरिका स्थित एनजीओ ‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स न्यूज एजेंसी’ ने शुक्रवार को अपने सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर दावा किया कि ईरान में अब तक 657 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक शामिल हैं।