पीएम मोदी व म्यांमार के सैन्य प्रमुख मिन आंग (सोर्स - सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सैन्य प्रमुख मिन आंग हलिंग से बात की और शुक्रवार को म्यांमार में आए भूकंप में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े होने के लिए भारत की तत्पर कार्रवाई कर सहयोग देने की बात की। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता और खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।
म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस मुश्किल घड़ी में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजे जा रहे हैं, पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा।
Spoke with Senior General H.E. Min Aung Hlaing of Myanmar. Conveyed our deep condolences at the loss of lives in the devastating earthquake. As a close friend and neighbour, India stands in solidarity with the people of Myanmar in this difficult hour. Disaster relief material,… — Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2025
भारत ने शुक्रवार को देश में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद शनिवार को म्यांमार को राहत सामग्री सौंपी। म्यांमार में भारत के राजदूत अभय ठाकुर ने यांगून के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को राहत सामग्री सौंपी। एक्स पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “ऑपरेशन ब्रह्मा: भारत ने म्यांमार को राहत सामग्री सौंपी। राहत सामग्री की पहली खेप आज यांगून में राजदूत अभय ठाकुर द्वारा औपचारिक रूप से यांगून के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को सौंपी गई।”
भारत ने भूकंप प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया है। जो भारतीय वायुसेना का सी-130 जे विमान लगभग 15 टन राहत सामग्री लेकर आया है, जिसमें टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, खाने के पैकेट, स्वच्छता किट, जनरेटर और आवश्यक दवाइयाँ शामिल हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू हो गया है। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू हो गया है। भारत से मानवीय सहायता की पहली खेप म्यांमार के यांगून हवाई अड्डे पर पहुँच गई है। विदेश मंत्रालय के एक्सपी डिवीजन के अनुसार, म्यांमार के लिए राहत सामग्री से भरे दो और विमान भेजे जा रहे हैं। विमान जल्द ही हिंडन एयरफोर्स स्टेशन से रवाना होंगे।
सीएनएन की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया कि शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें कई लोग मारे गए और देश के सैन्य शासन ने अंतर्राष्ट्रीय सहायता माँगी। सीएनएन ने सरकारी प्रसारक एमआरटीवी के हवाले से बताया कि म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या कम से कम 1,002 हो गई है। इसमें आगे कहा गया है कि ये आंकड़े देश भर में भूकंप से प्रभावित सभी क्षेत्रों के हैं। म्यांमार के सैन्य शासन ने शुक्रवार को म्यांमार में आए भीषण भूकंप के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है। म्यांमार में आए भूकंप के झटके ग्रामीण इलाकों से लेकर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक की ऊंची इमारतों तक महसूस किए गए।
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सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके सीमा पार चीन के युन्नान प्रांत में भी महसूस किए गए। यूएसजीएस वेबसाइट पर एक इंटरेक्टिव मानचित्र से पता चलता है कि शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद से म्यांमार में कम से कम 14 झटके महसूस किए गए हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)