
चीन (सौजन्य : सोशल मीडिया)
बीजिंग: चीन ने अब अंटार्कटिका में अपना परचम लहराते हुए पहला वायुमंडलीय निगरानी स्टेशन स्थापित किया है। चीन ने इस माध्यम से बर्फीले और संसाधन-संपन्न दक्षिणी महाद्वीप में इस रिसर्च स्टेशन का निर्माण कर वहां अपनी मौजूदगी को और भी मजबूत कर दिया है। इसी के साथ पूर्वी अंटार्कटिका के ‘लार्समैन हिल्स’ पर स्थित झोंगशान नेशनल ऐटमॉसफेरिक बैकग्राउंउ एडमिनिसट्रेशन में रविवार से कामकाज शुरू कर दिया है।
चीन मौसम विज्ञान प्रशासन यानी सीएमए ने जानकारी दी है कि यह स्टेशन अंटार्कटिका के वायुमंडलीय घटकों में सांद्रता परिवर्तनों के बारे में निरंतर और दीर्घकालिक ऑपरेशनल ओवरव्यू करेगा तथा क्षेत्र में वायुमंडलीय संरचना तथा संबंधित विशेषताओं की औसत स्थिति का विश्वसनीय प्रतिनिधित्व प्रदान करेगा।
हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार, लेख में कहा गया है कि निगरानी डेटा क्लाइमेट चेंज के प्रति ग्लोबल रिएक्शन का समर्थन करेगा। यह चीन का 9वां वायुमंडलीय निगरानी स्टेशन और विदेश में इसका पहला स्टेशन है। इसके अलावा, चीन में वर्तमान में 10 नए वायुमंडलीय निगरानी स्टेशनों का परीक्षण किया जा रहा है। चीनी मौसम साइंस एकेडमी के ग्लोबल चेंज एवं ध्रुवीय मौसम विज्ञान संस्थान के निदेशक डिंग मिंगु ने कहा कि नए स्टेशन के अवलोकनों से पर्यावरण पर मानवीय गतिविधियों के प्रभाव के अध्ययन में मदद मिलेगी।
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साल 2024 की शुरुआत में, चीन ने अंटार्कटिका में अपने विशाल 5वें शोध स्टेशन का संचालन किया, जिसमें 5,244 वर्ग मीटर का फर्श क्षेत्र है, जिसमें गर्मियों के दौरान 80 अभियान दल के सदस्यों और सर्दियों के दौरान 30 सदस्यों का समर्थन करने की सुविधाएँ हैं। अपने कॉम्पीटीटर संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह, चीन अंटार्कटिका में अपने 5 वैज्ञानिक अनुसंधान स्टेशनों और अंटार्कटिका में 2 के माध्यम से ध्रुवीय संसाधनों का पता लगाने के प्रयासों का विस्तार कर रहा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)






