बेंजामिन नेतन्याहू ने डोनाल्ड ट्रंप को गोल्डन पेजर गिफ्ट किया, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक गोल्डन पेजर और एक सामान्य पेजर उपहार में दिया। एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2024 में इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए “पेजर हमले” की ओर यह तोहफा संकेत करता है। इस उपहार से लेबनान और ईरान जैसे मुस्लिम देशों में भारी विवाद भी खड़ा हो सकता है।
ट्रंप ने इस अनोखे तोहफे के लिए नेतन्याहू का आभार व्यक्त किया और इसे एक “शानदार ऑपरेशन” बताया। जवाब में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने नेतन्याहू को एक तस्वीर उपहार में दी, जिसमें दोनों नेता एक साथ नजर आ रहे हैं।
सितंबर 2024 में, इजरायल ने लेबनान में हिज़्बुल्लाह के खिलाफ एक बड़ा और अलग तरह का हमला किया, जिसे “पेजर अटैक” कहा गया। इस ऑपरेशन के दौरान, हिज़्बुल्लाह के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे पेजर डिवाइसों में अचानक विस्फोट हो गया, जिससे भारी नुकसान हुआ। हमले में करीब 39 से अधिक ईरान समर्थित आतंकवादी मारे गए, जबकि करीब 3,000 लोग घायल हो गए। इस हमले से हिज़्बुल्लाह को गंभीर झटका लगा और उसकी संचार प्रणाली को बड़ा नुकसान पहुंचा।
विदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें!
अगले ही दिन सैकड़ों वॉकी-टॉकी में भी धमाके हुए, जिससे हालात और बिगड़ गए। इस हमले के दो महीने बाद, नेतन्याहू ने खुद इस ऑपरेशन की मंजूरी देने की बात स्वीकार की। रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिज्बुल्लाह द्वारा मंगवाए गए पेजर्स में पहले ही विस्फोटक लगा दिए थे, जो 17 और 18 सितंबर को सक्रिय हुए।
इस हफ्ते की शुरुआत में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वाशिंगटन पहुंचे, जहां उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। इस बैठक में गाजा युद्धविराम समझौते और मध्य पूर्व में शांति स्थापना को लेकर चर्चा हुई। बैठक के बाद ट्रंप ने बयान दिया कि अमेरिका गाजा पट्टी पर नियंत्रण स्थापित करेगा और यदि आवश्यक हुआ तो वहां अमेरिकी सैनिकों की तैनाती भी की जा सकती है।
नेतन्याहू अपने अमेरिकी दौरे के दौरान टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क से भी मुलाकात की। इस बैठक की एक तस्वीर नेतन्याहू के बेटे, यायर नेतन्याहू, ने सोशल मीडिया पर साझा की, जिसमें उन्होंने मस्क और अपने पिता को “प्रतिभाशाली व्यक्ति” कहा। एलन मस्क इन दिनों DOGE प्रोग्राम के तहत सरकारी खर्चों की निगरानी और पारदर्शिता बढ़ाने की पहल पर काम कर रहे हैं। उनकी इस योजना का उद्देश्य सरकारी फंडिंग की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाना है।