
इमरान और मुनीर के बीच क्यों है कट्टर दुश्मनी? (सोर्स- सोशल मीडिया)
Imran khan Killed in Jail: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच पुरानी दुश्मनी है, जो केवल सत्ता संघर्ष नहीं बल्कि जातीय राजनीति से भी जुड़ी है। इमरान खान पठान समुदाय से हैं जबकि असीम मुनीर पंजाबी, जो पाकिस्तान में राजनीतिक और सैन्य शक्ति के केंद्र हैं। दोनों का टकराव 2019 में तब शुरू हुआ जब इमरान खान ने असीम मुनीर को ISI प्रमुख पद से हटा दिया था।
इसके बाद से उनका विवाद और भड़कता गया और मुनीर ने खुद को देश का सबसे मजबूत सैन्य अधिकारी बना लिया है। वहीं, इमरान खान वर्तमान में रावलपिंडी के आदियाला जेल में बंद हैं और उनके परिवार तथा पार्टी के नेताओं का उनसे 30 अक्टूबर 2024 के बाद कोई संपर्क नहीं हुआ। अफवाहें चल रही हैं कि उनकी जेल में हत्या कर दी गई है, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इसे पूरी तरह नकार दिया है।
हालांकि उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं हैं, और उनके समर्थकों द्वारा उनकी रिहाई की मांग की जा रही है। इमरान खान की रिहाई से असीम मुनीर के लिए खतरनाक राजनीतिक चुनौती पैदा होगी, क्योंकि खान की लोकप्रियता खासकर खैबर पख्तूनख्वा एवं पश्तून belt में बहुत अधिक है।
असीम मुनीर ने सेना के अलावा एयरफोर्स और नेवी पर भी नियंत्रण हासिल कर लिया है, जिससे वे राजनीतिक और सैन्य दोनों दृष्टियों से बहुत ताकतवर बन चुके हैं। ऐसे में वे नहीं चाहते कि इमरान खान जेल से बाहर आएं और पश्तून नेतृत्व वाली असंतोष की राजनीति को दिशा दें, क्योंकि यह सीधे उनके सैन्य वर्चस्व को चुनौती देगा। पठान बनाम पंजाबी विवाद पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिरता में खलबली मचा रहा है और यह सवाल खुला है कि आगे यह विराट संघर्ष कहां जाकर थमेगा।
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सरल भाषा में कहें तो, इमरान खान और असीम मुनीर की दुश्मनी सत्ता, जातीय पहचान और सैन्य प्रभाव के कारण गहरी है। इमरान खान की हालत जेल में चिंताजनक है, और उनकी रिहाई को असीम मुनीर बड़ा खतरा मानते हैं, इसलिए वह शायद उन्हें जेल से बाहर आने नहीं देते। पाकिस्तानी राजनीति में पंजाबी समूह की शक्ति और पठान समुदाय के प्रतिनिधित्व में असंतुलन इस लड़ाई का बड़ा कारण है, जो फिलहाल और अराजकता पैदा करता नजर आ रहा है।






