वाशिंगटन में बढ़ाई जा रही सेना, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
America News in hindi: अमेरिका के टेनेसी राज्य ने घोषणा की है कि वाशिंगटन डी.सी. में लगभग 160 नेशनल गार्ड्स तैनात किए जाएंगे। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि राजधानी में अपराध बढ़ गए हैं और बेघर लोगों की संख्या बढ़ रही है। यह कदम ट्रंप द्वारा “अपराध आपातकाल” घोषित करने और 11 अगस्त को वाशिंगटन में लगभग 800 नेशनल गार्ड्स को तैनात करने के एक सप्ताह बाद उठाया गया है।
वाशिंगटन डी.सी. में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कई रिपब्लिकन गवर्नर नेशनल गार्ड के सैनिक भेज रहे हैं। वेस्ट वर्जीनिया, ओहायो और साउथ कैरोलिना पहले ही ऐसा करने का वादा कर चुके हैं, और सोमवार को मिसिसिपी और लुइसियाना ने भी अपने सैनिक भेजने की घोषणा की। टेनेसी से भी जल्द ही सैनिकों के आने की उम्मीद है। इन सभी राज्यों के समर्थन से वाशिंगटन में तैनात नेशनल गार्ड सैनिकों की कुल संख्या लगभग 2,000 हो जाएगी।
वाशिंगटन डीसी की पुलिस व्यवस्था पर सीधे केंद्र सरकार का नियंत्रण स्थापित हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले सोमवार को आयोजित एक प्रेस ब्रीफिंग में ‘डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया होम रूल एक्ट’ की धारा 740 को लागू करने की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी। इस नए आदेश के बाद, महानगरीय पुलिस (मेट्रोपॉलिटन पुलिस) का संचालन अब स्थानीय नगर प्रशासन के बजाय संघीय सरकार द्वारा किया जाएगा।
चिंताजनक स्थिति में आंकड़े
ट्रम्प ने इस फैसले के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि शहर में हिंसक गिरोहों और अपराधियों का आतंक है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि 2024 में हिंसक अपराध तीस साल में सबसे कम हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल गार्ड की मदद से उनकी सरकार शहर में कानून-व्यवस्था फिर से स्थापित करेगी। इस घोषणा के सन्दर्भ में, उन्होंने वर्ष 2025 की कुछ चिंताजनक आंकड़ों का भी जिक्र किया। उनके मुताबिक, इस साल अब तक शहर में 98 हत्याएं हो चुकी हैं और नस्लीय तनावों के कारण 3,782 लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।
डेमोक्रेट्स ने इस कदम की कड़ी निंदा की है। डेमोक्रेटिक गवर्नर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष और कंसास की गवर्नर लॉरा केली ने मंगलवार को ओहायो, वेस्ट वर्जीनिया, साउथ कैरोलिना, मिसिसिपी समेत अन्य राज्यों के अपने सहयोगियों से कहा कि वे अपने नेशनल गार्ड सैनिकों का इस्तेमाल ट्रंप के “खतरनाक और राजनीतिक एजेंडे” को आगे बढ़ाने के लिए न करें।
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केली ने बताया कि किसी भी राज्य के गवर्नर या वाशिंगटन डीसी के स्थानीय अधिकारियों की अनुमति के बिना नेशनल गार्ड को किसी अन्य क्षेत्र में तैनात करना न केवल उनके असली मिशन को कमजोर करता है, बल्कि यह वास्तविक आपात स्थितियों में जरूरी संसाधनों की बर्बादी भी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम देश की एकता के लिए नुकसानदेह है और इससे पहले से मौजूद विभाजन और बढ़ सकता है।