अमेरिका ने तैनात किया परमाणु बम, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका ने एक बार फिर नाटो सदस्य देश ब्रिटेन में अपना विनाशकारी परमाणु बम तैनात किया है। अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों के संघ ने इस खुलासे में बताया कि यह बम ब्रिटेन की वायुसेना के लाकेनहेथ एयरबेस पर रखा गया है। खास बात यह है कि अमेरिका ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब नाटो के अन्य देश अमेरिका से अलग अपनी स्वतंत्र परमाणु सुरक्षा प्रणाली विकसित करने की योजना बना रहे हैं।
अमेरिका के परमाणु बम तैनात करने के हालिया कदम से यूरोपीय देशों में चिंता बढ़ गई है। उन्हें डर है कि अमेरिका परमाणु साझाकरण कार्यक्रम से पीछे हट सकता है या इसे समाप्त कर सकता है। हालांकि, अमेरिका की इस कार्रवाई के पीछे का वास्तविक उद्देश्य अभी स्पष्ट नहीं है।
हाल ही में इस क्षेत्र में कई ड्रोन और विमानों की गश्त देखी गई, जिसके चलते यह एयरबेस सुर्खियों में आ गया। अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक इस ब्रिटिश वायुसेना के बेस पर परमाणु हथियारों की तैनाती को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) की एक रिपोर्ट के अनुसार, सैटेलाइट तस्वीरों से संकेत मिलता है कि एयरबेस पर विमानों की सुरक्षा के लिए शेल्टर बनाए जा रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, कुल 33 एयरक्राफ्ट शेल्टर में से 28 को अपग्रेड किया जा चुका है, जबकि 6 नए शेल्टरों का निर्माण जारी है। सैटेलाइट इमेजरी से यह जानकारी मिली है कि अमेरिका ने अपने F-35 फाइटर जेट के दो स्क्वाड्रन तैनात कर दिए हैं। अमेरिका ने ब्रिटेन सहित यूरोप में स्थित कई सैन्य अड्डों को भी आधुनिक बनाया है, जहां परमाणु हथियार रखे गए हैं। नाटो ने पुष्टि की है कि ब्रिटेन के एयरबेस को विशेष भंडारण सुविधाओं के लिए अपग्रेड किया जा रहा है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका रूस से मुकाबले के लिए ब्रिटेन में परमाणु हथियार तैनात कर रहा है। हाल के दिनों में नाटो और रूस के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रिटेन में परमाणु बम और लंबी दूरी की मिसाइलों की तैनाती चौंकाने वाली नहीं है, बल्कि मौजूदा हालात में यह अपेक्षित कदम माना जा सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने साल 2008 में ही ब्रिटेन के एयरबेस से अपने परमाणु हथियार हटा लिए थे। लेकिन अब अमेरिका एक नया और शक्तिशाली B61-12 प्रकार का थर्मोन्यूक्लियर बम तैनात कर रहा है। यह बम इतनी विनाशकारी क्षमता रखता है कि दुनिया के किसी भी हिस्से में भारी तबाही मचा सकता है।