बांग्लादेश हिंसा पर असदुद्दीन ओवैसी ने जताई चिंता (सोर्स- सोशल मीडिया)
Asaduddin Owaisi on Bangladesh Violence: बांग्लादेश में इस समय हालात गंभीर बने हुए है। अल्पसंख्यकों और खासकर हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमलों ने भारत के साथ पूरी दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। इसी बीच AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इन घटनाओं पर गहरी चिंता जाहिर की और बांग्लादेश में हो रही हिंसा की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी दीपू चंद्र दास और अमृत मंडल की हत्या की आलोचना करती है।
ओवैसी ने बांग्लादेश और भारत के रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों का समर्थन किया और इन दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव को कम करने की उम्मीद जताई। ओवैसी ने यह भी कहा कि बांग्लादेश एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, जहां 2 करोड़ अल्पसंख्यक लोग रहते हैं, जो मुसलमान नहीं हैं।
ओवैसी ने कहा कि उनका मानना है कि बांग्लादेश में तनाव नहीं बढ़ेगा और वहां की सरकार को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि दीपू चंद्र दास और अमृत मंडल की हत्या जैसी घटनाएं बांग्लादेश के संवैधानिक जनादेश के खिलाफ हैं।
“बांग्लादेश हो या भारत, जब बहुसंख्यक राजनीति हावी होती है, तो इस तरह की लिंचिंग होती हैं, जिसकी हमें निंदा करनी चाहिए!”: @asadowaisi असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हम अपने देश में जो हो रहा है उसे भूल नहीं सकते। पश्चिम बंगाल के एक मुस्लिम मजदूर जूल शेख को ओडिशा के संबलपुर में… pic.twitter.com/WrVctpIQqT — Muslim Spaces (@MuslimSpaces) December 28, 2025
ओवैसी ने बांग्लादेश में स्थिरता की महत्वता पर भी जोर दिया, विशेष रूप से भारत की सुरक्षा, खासकर नॉर्थ ईस्ट, के संदर्भ में। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में स्थिरता भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की संभावना है, खासकर आगामी फरवरी में होने वाले चुनावों के बाद।
ओवैसी ने यह भी चेतावनी दी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और चीन जैसी ताकतें बांग्लादेश में सक्रिय हैं, जो भारत के लिए एक बड़ा खतरा हो सकती हैं। उन्होंने इन ताकतों को भारत की सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया और दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्तों की आवश्यकता पर बल दिया।
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ओवैसी ने भारत में हो रही हिंसा की ओर भी इशारा किया। उन्होंने उदाहरण के तौर पर ओडिशा के संबलपुर में पश्चिम बंगाल के मजदूर की हत्या और उत्तराखंड में एक आदिवासी लड़के एंजेल चकमा की पीट-पीटकर हत्या का जिक्र किया। ओवैसी ने कहा कि हमें अपने देश में हो रही हिंसा पर भी गंभीर ध्यान देना चाहिए।