मेडागास्कर में तख्तापलट (सोर्स- सोशल मीडिया)
Madagascar: पूर्वी अफ्रीकी देश मेडागास्कर में तख्तापलट हो गया है। यहां जेन-जेड आदोलनकारियों ने हफ्तों के विरोध प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति आंद्रे राजोएलिना को सत्ता से हटने पर मजबूर कर दिया। जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शन को हिंसक होते देख आंद्रे राजोएलिना अपने पूरे परिवार के साथ देश छोड़कर फांस भाग गए हैं।
राजोएलिना ने एक दिन पहले ही रविवार को दावा किया था कि सेना की मदद से देश में तख्तापलट की कोशिशें की जा रही हैं। यह जेन-जेड के ताजा विद्रोह और सत्ता में बैठे शीर्ष अधिकारियों के पद छोड़ने का नया मामला है। पिछले महीने नेपाल में भी जेन-जेड के इसी तरह के बड़े विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद वहां के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया था।
मी़डिया रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के अनुरोध पर रविवार को एक फ्रांसीसी सैन्य विमान ने राष्ट्रपति आंद्रे राजोएलिना को मेडागास्कर से सुरक्षित निकाल लिया। इससे पहले फ्रांसीसी दूतावास ने अपने पूर्व उपनिवेश में किसी भी सैन्य हस्तक्षेप से इनकार किया था। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय और विदेश मंत्रालय ने इस मामले में पूछे गए सवालों का तुरंत जवाब नहीं दिया।
🌎El occidente colectivo y colonial está en declive El presidente d esta nación africana huye del país en un avión militar francés tras protestas
Las protestas en Madagascar, lideradas por el grupo Generación Z, q estallaron a causa del alto coste de la vida y problemas básicos pic.twitter.com/ruLKSkWXWb — aapayés (@aapayes) October 13, 2025
बताया गया है कि जेनरेशन जेड के प्रदर्शनकारियों ने पिछले महीने पानी और बिजली की कमी के विरोध में आंदोलन शुरू किया था, जिसके चलते हजारों लोग सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान सुरक्षा बलों और युवाओं के बीच झड़पें भी हुईं, जिनमें कम से कम 22 लोग मारे गए।
ये युवा बुनियादी सुविधाओं की कमी और सरकारी भ्रष्टाचार से नाराज थे। युवाओं के इस गुस्से और प्रदर्शन का दौर मोरक्को, इंडोनेशिया, नेपाल और केन्या जैसे देशों में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों की याद दिलाता है।
यह भी पढ़ें: अगली बार दिलाएंगे नोबेल पुरस्कार! भरी संसद में नेतन्याहू ने किया ऐलान…तो फूले नहीं समाए ट्रंप
आंद्रे राजोएलिना ने पहली बार 2009 में सेना के समर्थन से सत्ता पर कब्जा किया था। हालांकि, उन्होंने 2014 में पद छोड़ दिया था, लेकिन 2018 में फिर चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बने और 2023 में एक विवादित चुनाव के बाद अपना कार्यकाल बढ़ाया। लेकिन हाल के विरोध प्रदर्शन के कारण 51 वर्षीय राजोएलिना सत्ता से हट गए। कहा जा रहा है कि सेना की एक खास इकाई ने उनके देश छोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रही थी।