बेंजामिन नेतन्याहू, फोटो ( सो.सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: गुरुवार को हमास 3 और इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनके साथ पांच थाई नागरिकों को भी छोड़ा जाएगा। यह कदम इजराइल और हमास के बीच हुए सीजफायर और बंधक समझौते के तहत उठाया जा रहा है।
इस डील के पहले चरण में यह तीसरी बार है जब बंधकों की अदला-बदली की जा रही है। इन रिहा किए जा रहे बंधकों के बदले में इजराइल 110 फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त करेगा।
इजराइल और हमास के बीच हुए समझौते के तहत हमास की सैन्य शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड के पास मौजूद बंधकों के बदले इजराइली जेलों से 110 कैदियों को रिहा किया जा रहा है। इन कैदियों में 32 ऐसे कैदी शामिल हैं जिन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी, जबकि 48 अन्य को लंबी जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा 32 नाबालिग कैदी भी इस रिहाई का हिस्सा हैं।
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विद्रोही समूह की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, अल कस्साम ब्रिगेड गुरुवार, 30 जनवरी को इजराइली बंधक अर्बल येहुद, अगम बर्गर और गदी मोशे मूसा को रिहा करेगा। इसके साथ ही, पांच थाई नागरिकों की भी रिहाई की जाएगी। ये सभी बंधक 7 अक्टूबर के हमले के दौरान अल कस्साम ब्रिगेड द्वारा पकड़े गए थे।
हमास ने करीब 250 इजराइली नागरिकों और सैनिकों को बंधक बनाया था। इनमें से 105 बंधकों को नवंबर 2023 में संघर्ष विराम समझौते के तहत रिहा किया गया, जबकि 8 को इजराइली सेना ने बचाव अभियान में छुड़ा लिया। इस समझौते के तहत पहले चरण में हमास 33 और बंधकों को रिहा करेगा।
हमास ने इस समझौते के तहत दो बार बंधकों को रिहा कर यह दिखाने की कोशिश की है कि वह अब भी गाजा में अपनी पकड़ बनाए हुए है। इसके साथ ही उसने यह संदेश भी देने की कोशिश की है कि उसने बंधकों के साथ अच्छा व्यवहार किया है।
हमास ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें रिहा किए गए बंधक अल कस्साम ब्रिगेड का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। वीडियो में देखा गया कि रिहाई से पहले बंधकों को एक प्रमाणपत्र और उपहार दिए गए।