
ममता बनर्जी व अमित शाह (डिजाइन फोटो)
Mamata Banerji: ममता बनर्जी ने गुरुवार को वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और वक्फ प्रॉपर्टीज को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। मुर्शिदाबाद के बरहमपुर में एक पब्लिक मीटिंग को संबोधित करते हुए ममता ने दोहराया कि भाजपा ने SIR को हथियार बनाया है और इसे अपने कम्युनल नैरेटिव के लिए इस्तेमाल कर रही है।
ममता ने तृणमूल समर्थकों की भीड़ से कहा कि भाजपा SIR पर धार्मिक राजनीति कर रही है। SIR से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों में आधे से ज़्यादा हिंदू थे। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा, “जिस डाल पर बैठे हो, उसी को मत काटो।” साथ ही यह भी साफ किया कि वह बंगाल के किसी भी हिस्से में NRC का हिस्सा डिटेंशन कैंप नहीं बनने देंगी।
इस साल की शुरुआत में नरेंद्र मोदी सरकार के लाए गए बदले हुए वक्फ प्रॉपर्टीज एक्ट का विरोध करने के बाद बंगाल सरकार ने पिछले हफ्ते राज्य की सभी वक्फ प्रॉपर्टीज को 5 दिसंबर तक सेंट्रल पोर्टल पर रजिस्टर करने के लिए नोटिफाई किया है। गौरतलब है कि राज्य में लगभग 82 हजार से ज्यादा वक्फ संपत्तियां मौजूद हैं। मंगलवार को मालदा में भी उन्होंने वक्फ प्रॉपर्टीज को न छुए जाने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “वक्फ प्रॉपर्टीज पर कब्ज़ा नहीं किया जाएगा, माइनॉरिटीज की सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कुछ बदमाश अफवाहें फैला रहे हैं कि राज्य सरकार ने कलेक्टर खतियान नंबर 1 के तहत धार्मिक जगहों को मस्जिद या कब्रिस्तान के तौर पर दर्ज कर लिया है। यह झूठ है।
वक्फ (अमेंडमेंट) एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और उमरपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। इन हिंसक घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई थी और हजारों गांव वाले बेघर हो गए थे। गांवों में घरों, दुकानों और पुलिस की गाड़ियों में भी आग लगा दी गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आने वाले दिनों में मुर्शिदाबाद में खून-खराबा नहीं होने देंगी।
मुर्शिदाबाद में ममता बनर्जी (सोर्स- सोशल मीडिया)
उन्होंने बंगाल में बिना कागजात वाले माइग्रेंट्स पर भाजपाई दावों का भी विरोध किया। ममता ने कहा कि केंद्र अपनी भूमिका से बच नहीं सकता। उन्होंने याद दिलाया कि बॉर्डर कंट्रोल केंद्र की जिम्मेदारी है। दूसरे राज्यों में चुनावी तरीकों की ओर ध्यान खींचते हुए उन्होंने भीड़ को बंटे हुए वोटिंग के खतरों के बारे में चेतावनी दी।
बंगाल की मुखिया ने कहा कि बिहार में उन्होंने चालाकी से हर सीट पर चार इंडिपेंडेंट कैंडिडेट खड़े किए। इससे बीजेपी को फायदा हुआ। अगर इंडिपेंडेंट वोट काटते हैं तो नुकसान आपका है, और फ़ायदा उनका है। ममता की रैली हुमायूं कबीर को “बाबरी स्टाइल” मस्जिद बनाने का अह्वान करने के लिए लिए सस्पेंड करने के कुछ ही घंटों बाद हुई।
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हुमायूं का नाम लिए बिना ममता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस कम्युनल पॉलिटिक्स नहीं करती है और इसके सख्त खिलाफ है। उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए मुर्शिदाबाद के अतीत का ज़िक्र किया। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा, “हम मुर्शिदाबाद का इतिहास नहीं भूल सकते। यहां हर घर में सिराजुद्दौला की इज्जत की जाती है। यह जिला नवाबों की धरती है। यहां सभी धर्मों के पवित्र स्थान हैं।






