मनोजीत मिश्रा (सोर्स- सोशल मीडिया)
कोलकाता: कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा के बारे में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। उसका एक साल पुराना फेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें उसने आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद दुष्कर्मियों को फांसी की सजा देने की मांग की थी।
कोलकाता लॉ कॉलेज सामूहिक दुष्कर्म मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें पूर्व छात्र मनोजीत मिश्रा, छात्र प्रमित मुखर्जी, जैद अहमद और कॉलेज का सुरक्षा गार्ड शामिल है। कोलकाता पुलिस ने 5 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जो मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
16 अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के बाद मनोजीत मिश्रा ने फेसबुक पर लिखा था, “बलात्कारी को फांसी होनी चाहिए। न्याय चाहिए, ड्रामा नहीं। न्याय तुरंत चाहिए। दोषियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।”
आरजी कर मामले को लेकर काफी हंगामा हुआ था। बंगाल से लेकर पूरे देश में इस मामले को लेकर लोगों में गुस्सा था। लोगों ने न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया। अब ठीक 10 महीने बाद उसी मनोजीत मिश्रा पर खुद बलात्कार का आरोप लगा है और लोग सोशल मीडिया पर उसके दोहरे मापदंड और पाखंड की आलोचना कर रहे हैं।
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घटना 25 जून की है। पीड़िता कोलकाता लॉ कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा है। जानकारी के अनुसार, वह कॉलेज में परीक्षा फॉर्म भरने गई थी, तभी मनोजीत मिश्रा ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। छात्रा के मना करने पर मिश्रा ने उसके साथ बलात्कार किया, जबकि दो अन्य छात्र प्रमित मुखर्जी और जैद अहमद कमरे के बाहर पहरा देते रहे और वीडियो बनाते रहे। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि छात्रा को जबरन गार्ड रूम में ले जाया गया। फुटेज से पुष्टि होती है कि यह पीड़िता के बयान से मेल खाता है।