प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स से बात करती ममता बनर्जी (फाइल फोटो)
कोलकाता: कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच बातचीत का पहला दौर खत्म हो गया है। सोमवार को कालीघाट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर करीब दो घंटे तक मीटिंग चली। मीटिंग में सीएम ममता बनर्जी ने डॉक्टर्स से हड़ताल वापस लेने की अपील की।
मामला सुलझाने के लिए बातचीत शुरू करने के 4 कोशिशें फेल होने के बाद जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम बनर्जी के आवास पर महत्वपूर्ण बैठक के लिए पहुंचा था।
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इससे पहले भी प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स और सीएम ममता बनर्जी के बीच चार बार बातचीत के प्रयास किए गए थे। लेकिन तब बैठक की ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ और ‘वीडियो रिकॉर्डिंग’ की चिकित्सकों की मांग को राज्य सरकार द्वारा खारिज किए जाने के कारण वार्ता के पिछले प्रयास विफल रहे थे।
बाद में प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने अपनी इस मांग में थोड़ी नरमी लाते हुए अब केवल बैठक के विवरण को दर्ज करने और इसकी एक हस्ताक्षरित प्रति दिए जाने की मांग रखी। राज्य सरकार ने इस शर्त को तुरंत स्वीकार कर लिया तथा मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि दोनों पक्ष बैठक के विवरण पर हस्ताक्षर करेंगे तथा स्पष्टता के लिए इसकी प्रतियां एक-दूसरे को दी जाएंगी। राज्य सरकार ने डॉक्टरों के साथ आए दो स्टेनोग्राफर को बैठक का विवरण दर्ज करने के लिए आने की अनुमति प्रदान की थी।
इस बीच, चिकित्सकों ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर अपना धरना आठवें दिन भी जारी रखा। वे 36 दिन से आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना के मामले में न्याय की और कोलकाता पुलिस आयुक्त तथा राज्य के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले, सोमवार को दिन में राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को गतिरोध समाप्त करने के मकसद से बातचीत के लिए ‘‘पांचवीं और अंतिम बार” आमंत्रित किया था।
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