जादवपुर यूनिवर्सिटी, फोटो- सोशल मीडिया
अनामिका के पिता का आरोप है कि अनामिका के ही दोस्तों ने उसे जबरन शराब पिलाई और फिर तालाब में धक्का देकर मार डाला। अनामिका के पिता ने उसके दोस्तों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अब ये मामला और उलझता जा रहा है।
अनामिका के पिता ने कहा कि उनकी बेटी शराब को हाथ भी नहीं लगाती थी, ऐसे में अगर उसकी बॉडी में शराब पाई जाती है तो यह साफ है कि उसे जबरन पिलाई गई। उन्होंने यह भी कहा कि अनामिका को तैरना नहीं आता था, और उसके दोस्तों को यह बात मालूम थी। फिर भी वे उसे तालाब के पास ले गए और धक्का दे दिया। “ये हादसा नहीं, सोची-समझी साजिश है,” उन्होंने कहा। अर्णब मंडल ने एफआईआर दर्ज कराने की बात भी कही है और कहा है कि वह बेटी का श्राद्ध पूरा होने के बाद हत्या का केस दर्ज कराएंगे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद जादवपुर थाने में चार छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ये चारों छात्र कथित तौर पर उस समय अनामिका के साथ थे, जब यह घटना हुई। हालांकि, डिप्टी कमिश्नर ने कहा है कि अब तक उन्हें कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है, लेकिन मामले की जांच ‘अप्राकृतिक मौत’ के तहत की जा रही है।
अनामिका की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ‘डूबना’ बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, उसके शरीर पर कोई गंभीर चोट नहीं मिली, सिर्फ कोहनी के पास एक हल्की खरोंच थी। पुलिस का कहना है कि यह खरोंच तालाब में गिरने के दौरान लगी होगी।
अनामिका के माता-पिता का कहना है कि उन्हें अब तक यह नहीं बताया गया कि अनामिका का मोबाइल और हेयर क्लिप किसने तालाब के पास से उठाकर एक प्रोफेसर को दिया। उनका यह भी आरोप है कि उनकी बेटी का चश्मा अब तक नहीं मिला है, जिससे यह शक और गहराता है।
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अनामिका को 9 सितंबर की रात करीब 10 बजे तालाब में बेहोश पाया गया था। छात्रों ने पुलिस को बताया कि तालाब में एक शव तैरता दिखा, जिसके बाद उसे बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने अनामिका का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही तालाब की गहराई और आसपास की परिस्थितियों की भी जांच की जा रही है।