पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी व नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। विधानसभा में बोलते हुए उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिक राजनीति करने और मुसलमानों को रमजान के दौरान निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा देश की आर्थिक और व्यापारिक समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रही है। ममता ने दो टूक कहा कि वह हिंदू हैं और इसके लिए उन्हें भाजपा के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं। उनका कहना था कि लोकतंत्र में कुर्सी स्थायी नहीं होती, लेकिन उसका सम्मान किया जाना चाहिए। भाजपा और टीएमसी के बीच लगातार बढ़ती बयानबाजी से बंगाल की राजनीति में और अधिक तनाव देखने को मिल रहा है।
विधानसभा में इस मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा हुआ। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी के मुस्लिम विधायकों को सड़क पर फेंकने जैसी टिप्पणी की, जिस पर ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की सुरक्षा केवल भाजपा की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि उनकी भी है। ममता ने कहा कि भाजपा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण कर रही है और समाज को बांटने की कोशिश में लगी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति को बंगाल में सफल नहीं होने देगी। सदन में दोनों पक्ष आपस में जोरदार भिड गए।
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ममता बनर्जी ने मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर भी भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र और दिल्ली की तरह पश्चिम बंगाल में भी चुनावी धांधली की कोशिश कर रही है। इसके लिए उन्होंने राज्य के हर जिले में मतदाता सूची की जांच के लिए एक विशेष समिति बनाई है। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार को हिंदू विरोधी बताते हुए कहा कि वह किसी भी हद तक जाकर हिंदू समाज के लिए संघर्ष करेंगे। उनका दावा है कि अगर वे नहीं रहे तो लाखों शुभेंदु अधिकारी खड़े हो जाएंगे। बंगाल में इस राजनीतिक टकराव से आने वाले चुनावों में जबरदस्त उठा-पटक देखने को मिल सकती है।