शुभेंदु अधिकारी, रविंद्र रैना (फोटो-सोशल मीडिया)
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के लोगों से कश्मीर या किसी भी मुस्लिम बहुल इलाके में न जाने की अपील करने वाले भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के बयान पर विवाद छिड़ गया है। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर से भाजपा के ही एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को कहा कि शुभेंदु अधिकारी को कश्मीर के लोगों की देशभक्ति और राष्ट्रवाद का अनुभव करने के लिए केंद्रशासित प्रदेश की यात्रा करनी चाहिए।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और जम्मू-कश्मीर इकाई के पूर्व अध्यक्ष रवींदर रैना ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को यह भी याद दिलाया कि पिछले तीन दशकों में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कश्मीर के कई युवाओं ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।
शुभेंदु अधिकारी का उल्टा पड़ा दांव
अपने बयान में अधिकारी ने कहा था कि बंगाल के लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए कश्मीर या बड़ी मुस्लिम आबादी वाले किसी भी अन्य इलाके में जाने से बचना चाहिए। वे जम्मू या उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा जैसे अन्य राज्यों में जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा विधायक के तौर पर नहीं बोल रहे हैं और एक नागरिक के तौर पर यह उनका निजी विचार है। यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के हालिया पश्चिम बंगाल दौरे के तुरंत बाद आई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद बुरी तरह प्रभावित घाटी में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के प्रयासों के तहत उमर अब्दुल्ला राज्य के दौरे पर आए थे।
ये भी पढ़ें- त्रिपुरा में सीमा पार कर घुसे 6 बांग्लादेशी गिरफ्तार, 2 भारतीय दलाल भी दबोचे गए
अब्दुल्ला ने ममता बनर्जी को बुलाया था कश्मीर
अब्दुल्ला ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात की और उन्हें कश्मीर आने का न्योता दिया। रैना ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक बयान में कहा, ‘‘मैं अधिकारी से कश्मीर आने का अनुरोध करना चाहूंगा। उन्हें आना चाहिए और देखना चाहिए कि हर कश्मीरी भारत से प्यार करता है। जब 22 अप्रैल को पहलगाम के मैदानों में आतंकवादियों ने मानवता का कत्ल किया, तो कश्मीर के लोग ही थे जो घायल पर्यटकों को बचाने के लिए नंगे पांव घटनास्थल पर पहुंचे थे। रैना ने कहा, ‘‘कश्मीर के लोगों ने ही पर्यटकों को शरण दी और उन्हें सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया। मोहम्मद मकबूल शेरवानी ने 1947 में बारामूला में तिरंगा फहराकर अपने प्राणों की आहुति दी थी और ‘पाकिस्तानी हमलावरों से सावधान, हम कश्मीरी हैं तैयार’ का नारा दिया था।”