दिल्ली में BJP नेता की यमुना में डूबने से मौत (फोटो- सोशल मीडिया)
Delhi BJP leader dies during fish feeding: दिल्ली में शनिवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार इलाके में यमुना नदी में डूबने से भाजपा के करावल नगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष कुलदीप नैनवाल की मौत हो गई। 47 वर्षीय कुलदीप सुबह शनि मंदिर में पूजा करने के बाद यमुना किनारे मछलियों को दाना खिलाने गए थे। लेकिन किसे पता था कि उनका यह धार्मिक कार्य उनकी जिंदगी का आखिरी पल बन जाएगा। यह घटना देखते ही देखते एक बड़े राजनीतिक विवाद में भी बदल गई है।
यह हादसा उस वक्त हुआ जब कुलदीप पूजा के बाद ठोकर नंबर-7 पर मछलियों को दाना खिला रहे थे। दाना डालने के बाद जैसे ही वह हाथ धोने के लिए नदी की ओर झुके, उनका पैर एक पत्थर पर पड़ा। वह पत्थर अस्थिर था और कुलदीप उसके साथ ही गहरे पानी में फिसल गए। आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन जब तक कोई मदद पहुंच पाती, तब तक वह डूब चुके थे। इस घटना ने उनके परिवार और जानने वालों को गहरा सदमा दिया है, जो इस पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं।
बहुत दुखद
दिल्ली में भाजपा के नेता नैन सिंह जी यमुना में मछलियों को दाना खिलाने गए थे, तभी अचानक उनका पैर फिसल गया और डूबने से उनकी मृत्यु हो गई।
📍करावल नगर pic.twitter.com/BPjDMC7gsZ — 𝙼𝚛 𝚃𝚢𝚊𝚐𝚒 (@mktyaggi) October 5, 2025
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और बोट क्लब की टीमें मौके पर पहुंच गईं। कई घंटों की मशक्कत के बाद दोपहर करीब 2:30 बजे बचाव दल ने कुलदीप नैनवाल के शव को यमुना से बरामद किया। पुलिस के अनुसार, कुलदीप पश्चिमी करावल नगर में अपने परिवार के साथ रहते थे, जिसमें उनकी मां, पत्नी दीपा और नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक बेटी एंजल है। वह बिजली के ठेके लेने का काम करते थे और काफी धार्मिक प्रवृत्ति के थे। इस हादसे के बाद से उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
यह भी पढ़ें: ये हादसा नहीं, हत्या है… स्टाफ भागा, मरीज जल गए; SMS अग्निकांड पर विपक्ष का रुला देने वाला बयान
इस दुखद घटना ने अब एक राजनीतिक रंग ले लिया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि जिस वक्त कुलदीप यमुना में डूबे, ठीक उसी जगह पर मेयर रेखा गुप्ता और सांसद प्रवेश वर्मा नौका यात्रा कर रहे थे। भारद्वाज ने एक्स पर दो वीडियो साझा करते हुए कहा कि मेयर की सुरक्षा में लगी एनडीआरएफ टीम ने कुलदीप को बचाने या खोजने की कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जहां मंत्री जी फोटो खिंचवा रहे थे, वहां एक इंसान की जान चली गई।