(डिज़ाइन -फोटो)
लखनऊ: उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में बीते शनिवार देर शाम को तीन मंजिला इमारत ढह गई जिसके मलबे में दबकर अब तक 8 व्यक्तियों की मौत हो गई है। इस हादसे में 28 अन्य घायल हुए हैं।
जानकारी दें कि लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में बीते शनिवार शाम एक बिल्डिंग (हरमिलाप टावर) भरभराकर जमींदोज हो गई थी। इस हादसे में बिल्डिंग के पास खड़ा एक ट्रक भी चपेट में आ गया। इससे मौके पर भगदड़ मच गई।
#WATCH | Uttar Pradesh: Visuals from the spot where 8 people died and 28 others have been injured after a building collapsed in Lucknow yesterday.
Rescue operations to evacuate the trapped people are underway. pic.twitter.com/IU47yWoYAU
— ANI (@ANI) September 8, 2024
देर रात तक नगर निगम, SDRF की 2 टीम और NDRF की 4 टीम रेस्क्यू में जुटी रहीं। वहीं अब तक 8 शव मलबे से बाहर निकाले जा चुके हैं। इसके साथ ही 28 घायलों को लोकबंधु अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए बगल की बिल्डिंग की दीवार काटकर रास्ता बनाया गया।
#UPDATE | Death toll in Lucknow Building collapse incident rises to 8
28 people were injured in the incident; a rescue operation is underway pic.twitter.com/ZoexUAIrV9
— ANI (@ANI) September 8, 2024
मिली जानकारी के अनुसार घटना शाम 4:45 बजे घटी। हरमिलाप टावर नाम के इस भवन का उपयोग गोदाम के तौर पर किया जा रहा था। भवन के भूतल में एक मोटर वर्कशाप और एक गोदाम था और प्रथम तल पर चिकित्सा सामग्री का एक गोदाम, जबकि दूसरे तल पर एक अन्य गोदाम था। इस तीन मंजिला इमारत में कुछ निर्माण कार्य चल रहा था। इस भवन का निर्माण करीब चार वर्ष पहले किया गया था।
मेडिकल गोदाम में काम करने वाले और इस दुर्घटना में घायल आकाश सिंह ने कहा कि कर्मचारियों ने देखा कि भवन का एक स्तंभ क्षतिग्रस्त था। आकाश सिंह ने कहा, “बारिश की वजह से हम लोग उतरकर भूतल पर आ गए थे। हमने देखा कि भवन के एक स्तंभ में दरार आ गई थी। अचानक, पूरा भवन हमारे ऊपर गिर गया।”
#WATCH | Lucknow building collapse | Rescue operations to evacuate the trapped people are underway.
Fire Department, SDRF team and NDRF teams are at the spot pic.twitter.com/okntn9SF3p
— ANI (@ANI) September 7, 2024
घायलों के मुताबिक, उस भवन में काम करने वाले ज्यादातर लोग घटना के समय भूतल पर मौजूद थे।वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी बचाव कार्य पर नजर रखने के लिए घटनास्थल पर मौजूद हैं। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बचाव कार्य अब यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि कोई भी मलबे में दबा ना रहे।
यहां पढ़ें- खनन माफियाओं ने पुलिस टीम पर झोंका फायर, जिंदगी की जंग लड़ रहा है सिपाही
राहत आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के बचाव दल को राहत कार्य में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं।
यहां पढ़ें- फिर विवादों में घिरे अनिरुद्धाचार्य; भगवान शिव पर अनर्गल टिप्पणी के बाद मांगी माफी, जानिए पूरा मामला
रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने इस घटना के बारे में जिला मजिस्ट्रेट से बात की थी और राहत कार्यों एवं घायलों के इलाज से जुड़ी जानकारी ली थी। राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर लिखा, ‘‘इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और वह बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों का निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है। इस घटना की सूचना मिलते ही भाजपा के महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों व उनके परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)