सीएम योगी आदित्यनाथ और मंत्री संदीप सिंह
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह को बेसिक शिक्षा की जरूरत है! यह बात हम नहीं बल्कि मंत्री जी कि हिंदी बता रही है। मंत्री जी इतने लाचार दिखे कि ‘समिति’ तक पढ़ने में पसीने छूट गए। जैसे ही मंत्री जी ने गलत पढ़ा तो सभापति ने उनको टोक दिया और कहा, ‘श्रीमति’ नहीं, ‘समिति’ है वो। फिर क्या था मंत्री जी ने अपनी गलती सुधारी। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि संदीप सिंह को बेसिक मंत्री किस योग्यता पर बनाया गया है और किस आधार पर शिक्षा जैसा विभाग उनको दिए गए।
ऐसा लगता है मंत्री जी को खुद बेसिक शिक्षा का ज्ञान नहीं है, तो मंत्री जी अपने विभाग का कामकाज कैसे संभालेंगे। सवाल तो यह भी उठ रहा है कि जब मिनिस्टर का यह हाल है तो फिर बच्चों का क्या होगा? इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी मंत्री जी को घेरे में लिया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह को लेकर कांग्रेस पार्टी ने तंज कसते हुए कहा कि ‘समिति’ को ‘श्रीमती’ पढ़ने वाले ये महानुभाव यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह हैं। कांग्रेस ने कहा कि हमारा अनुरोध है कि सरकार शिक्षक भर्ती जल्दी निकाले, जिससे बच्चों के साथ इन्हें भी शिक्षित करके कुछ पढ़ना-लिखना सिखाया जा सके।
‘समिति’ को ‘श्रीमती’ पढ़ने वाले ये महानुभाव यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह हैं। हमारा अनुरोध है कि सरकार शिक्षक भर्ती जल्दी निकाले ताकि बच्चों के साथ इन्हें भी शिक्षित करके कुछ पढ़ना-लिखना सिखाया जा सके। pic.twitter.com/Md2X3Ye6gs — UP Congress (@INCUttarPradesh) February 22, 2025
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वहीं अब सोशल मीडिया पर भी बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो पर मंत्री जी की खूब चर्चा हो रही है और सरकार की निंदा भी की जा रही है। मंत्री संदीप सिंह आसान से शब्द नहीं पढ़ पाए तो उनके मंत्री पद पर भी सवाल खड़ा किया जा रहा है। सवाल उठना भी लाजमी है, क्योंकि बात बच्चों के भविष्य का है।