आसपा मुखिया चन्द्रशेखर आजाद (सोर्स-सोशल मीडिया)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों होने वाले उपचुनाव को लेकर भले ही तारीखों का ऐलान अभी बाकी है लेकिन राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। लोकसभा चुनाव में नगीना सीट पर जीत दर्ज करने के बाद आजाद समाज पार्टी के हौसले भी बुलंद हुए हैं। यही वजह है कि वह उपचुनाव भी मजबूती से लड़ने जा रही है। यही वजह है कि उसने 10 में से तीन सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान भी कर दिया है।
उत्तर प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान होना अभी बाकी है, लेकिन चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशी उतारने शुरू कर दिए हैं। बहुजन समाज पार्टी के बाद अब चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (एएसपी) ने उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने रविवार 18 अगस्त को गाजियाबाद (सदर), मुजफ्फरनगर (मीरापुर) और मिर्जापुर (मझवां) तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं।
यह भी पढें:- केशव बनाम अखिलेश की जंग में कूदी कांग्रेस, अब उत्तर प्रदेश में होगा असली सियासी क्लेश
चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से जाहिद हसन तो गाजियाबाद सदर सीट से सतपाल चौधरी और मिर्जापुर की मझवां सीट से धीरज मौर्य को मैदान में उतारा है। पार्टी ने कहा है कि वह जल्द ही अन्य सात सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करेगी। मझवां सीट से एएसपी प्रत्याशी धीरज मौर्य कोन ब्लॉक के पुरजागीर गांव के निवासी हैं। वह वर्ष 2022 से आजाद समाज पार्टी से जुड़े हुए थे। वह वर्तमान में आजाद समाज पार्टी के जिला सचिव हैं।
इस बीच मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बसपा ने मिल्कीपुर से राम गोपाल कोरी और मीरापुर से शाह नजर को प्रत्याशी बनाया है। यूपी में होने वाले उपचुनाव को लेकर बसपा और आजाद समाज पार्टी के बीच काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। जहां बसपा ने लंबे समय बाद उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
वहीं लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने उपचुनाव के लिए कमर कस ली है। आपको बता दें कि जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से पांच सीटें सीसामऊ, कटेहरी, करहल, मिल्कीपुर और कुंदरकी समाजवादी पार्टी के पास थी। इसके अलावा गाजियाबाद, मझवां, फूलपुर, और खैर भारतीय जनता पार्टी के पास थी। इनमें से मीरापुर सीट वर्तमान में एनडीए की सहयोगी आरएलडी के पास थी।
यह भी पढें:- हरियाणा में फिर किंगमेकर बनने का ख्वाब देख रहे दुष्यंत चौटाला, त्रिशंकु सरकार की जताई आशंका