
कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)
UP BJP New President: 14 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा, जबकि नामांकन 13 दिसंबर को लिया जाएगा। यह चुनाव इसलिए अहम है क्योंकि नया अध्यक्ष 2026 के पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करना होगा, साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में मिले झटके से उबारना भी बड़ी चुनौती होगी।
2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने OBC और दलित वर्ग को अपने पक्ष में कर लिया, जिससे बीजेपी 80 सीटों में से सिर्फ 33 सीटों पर सिमट गई. अब नए अध्यक्ष के सामने सबसे बड़ी चुनौती छिटके हुए वोट बैंक को फिर से जोड़ना होगी। 2026 में पंचायत चुनाव और 2027 में विधानसभा चुनाव में पार्टी की जमीनी स्थिति और सत्ता के रास्ते का निर्धारण होगा।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी का नाम लगभग तय माना जा रहा है। औपचारिक घोषणा बस होना बाकी है। गोरखपुर से सटे महाराजगंज के इस 7 बार के सांसद को लेकर पार्टी संगठन और रणनीतिकारों के बीच मजबूत सहमति नजर आ रही है। पंकज चौधरी 13 दिसंबर को बीजेपी के नए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले हैं। पार्टी इस बार यूपी अध्यक्ष की ताजपोशी को एक बड़े इवेंट के रूप में पेश करना चाहती है। पार्टी नियमों के अनुसार 14 दिसंबर की दोपहर यूपी भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों की आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।
पंकज चौधरी का जन्म 20 नवंबर 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। वे राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से आते हैं। उनके पिता का नाम भगवती प्रसाद चौधरी और माता का नाम उज्ज्वल चौधरी है। उनकी माता महाराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं, जिससे उन्हें बचपन से राजनीति का माहौल मिला। उनका परिवार जमींदार पृष्ठभूमि से रहा है।
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पंकज चौधरी की ताकत केवल उनकी जातीय पकड़ तक सीमित नहीं है। पार्टी में उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी नेता माना जाता है। इसका बड़ा उदाहरण 2023 में देखने को मिला, जब पीएम मोदी अपने गोरखपुर दौरे के दौरान अचानक उनके आवास पहुंचे थे। बीजेपी के भीतर इस घटना को आज भी उनकी राजनीतिक पकड़ का बड़ा संकेत माना जाता है।






