पूजा पाल, फोटो: सोशल मीडिया
Pooja Pal Letter to Akhilesh Yadav: पूजा पाल के एक लेटर से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। पूजा पाल ने अपने सोशल मीडिया पर एक लेटर जारी किया है और उसमें अपने हत्या की आशंका जताई है। अपने पत्र में पूजा पाल ने लिखा है कि सपा ने उन्हें अपमानित कर बीच रास्ते में छोड़ दिया है। इसके चलते सपा के आपराधिक तत्वों का मनोबल बढ़ा है।
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी तारीफ करने के बाद समाजवादी पार्टी से निकाली गई विधायक पूजा पाल ने सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की। उन्होंने अखिलेश यादव को एक लेटर लिखा है जिसमें सपा और अखिलेश यादव को खरी खोटी सुनाई है।
पूजा पाल ने लिखा, “यदि मेरी हत्या होती है तो शासन-प्रशासन समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को जिम्मेदार माने। एक बेकसूर, विधवा, अनाथ, अति पिछड़े की बेटी को सपा के लोग सोशल मीडिया पर गालियां और धमकियां दे रहे हैं। यहां तक की जान से मारने की भी धमकियां दी जाती हैं। मैंने अपना वास्तविक लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। मेरे पति के हत्यारों को सजा मिल गई। अब मुझे मौत भी मिले तो भी गर्व ही होगा।”
पूजा पाल ने अपने पति की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में उनके हत्यारों को सजा मिली, जबकि समाजवादी पार्टी हमेशा हत्यारों का साथ देती रही। उन्होंने लिखा कि उन्हें बार-बार भरोसा दिलाने की कोशिश की गई कि सपा उनके पति के हत्यारों को सजा दिलाएगी, लेकिन हमेशा निराशा ही हाथ लगी।
पत्र में पूजा पाल ने सपा की नीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सपा में पिछड़े, अति-पिछड़े और दलितों को हमेशा दूसरे दर्जे का नागरिक समझा जाता है, जबकि मुस्लिम चाहे कितने बड़े अपराधी क्यों न हों, उन्हें सपा में प्राथमिकता और सम्मान दिया जाता है।
“अन्याय और विश्वासघात के खिलाफ मेरी आवाज़!
पार्टी से निष्कासन केवल मेरा नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की पिछड़ी, दलित और गरीब जनता की आवाज़ को दबाने का प्रयास है।
मैंने संघर्ष किया है और आगे भी न्याय की लड़ाई लड़ती रहूँगी।” #न्यायकीलड़ाई #PujaPal #SamajwadiParty pic.twitter.com/sPQ4PxAKob— पूजा पाल (@poojaplofficial) August 22, 2025
पूजा पाल ने अपने पत्र में भाजपा को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भाजपा में चाहे जितना बड़ा अपराधी हो, उसे सजा मिलती है। उन्होंने सवाल किया कि अगर उन्हें राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को वोट देने पर निष्कासित किया गया है, तो अखिलेश यादव ने हाल ही में दिल्ली में कांस्टीट्यूशन क्लब चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को वोट क्यों दिया?
सपा से निष्कासन के बाद भी पूजा पाल ने कहा कि यह उनके लिए कोई बड़ी चोट नहीं है। उन्होंने लिखा कि वे पहले भी बिना सपा के समर्थन के दो बार विधायक चुनी गई हैं और आगे भी जनता व पाल समाज उनकी ताकत बनेगा। उन्होंने कहा, “मैंने अपना लक्ष्य पा लिया है। मेरे पति के हत्यारों को सजा मिल चुकी है। अब अगर मौत भी मिले तो मुझे गर्व होगा।”
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पूजा पाल, जो मूल रूप से प्रयागराज की विधायक हैं, हाल ही में समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दी गई थीं। माना जा रहा है कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट दिया था। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की थी। अब उनका यह पत्र सामने आने के बाद सपा और भाजपा के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।