(डिज़ाइन फोटो)
मेरठ/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मेरठ की जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 10 हो गई है। पुलिस ने आज रविवार को यह जानकारी दी। मेरठ जिला प्रशासन की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई और अभी एक व्यक्ति के मलबे में दबे होने की आशंका है।
घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है। बयान के अनुसार, मृतकों की पहचान साजिद (40), पुत्री सानिया (15), पुत्र साकिब (11), सिमरा (डेढ़ वर्ष), रीजा (सात), नफ्फो (63), फरहाना (20), अलीशा (18), आलिया (छह) और रिम्सा (पांच माह) के रूप में की गई है। दुर्घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिनका उपचार किया जा रहा है।
इससे पहले, राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से सुबह जारी एक बयान में कहा गया था, ‘‘मकान के अचानक ढहने से मलबे में 15 लोग दब गए। अब तक कुल 13 लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है जिनमें से आठ की मौत हो गई, पांच घायलों को लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। शेष को मलबे से निकालने का प्रयास जारी है।”
इस तीन मंजिली इमारत के गिरने और इसमें 10 लोगों की मौत के पीछे की बड़ी वजह भी सामने आई है। दरअसल 300 वर्ग गज जमीन पर बने इस इमारत में एकमात्र पिलर था और वो पिलर भी गेट के पास लगा था। वहीं पूरी इमारत महज चार इंच की दीवार पर खड़ी थी। लेकिन इतनी कमजोर दीवार होने के बावजूद इसके ऊपर की मंजिल में एक फ्लोर और बनाने की तैयारी चल रही थी। चूंकि मेरठ में लगातार बारिश हो रही थी। इसकी वजह से मकान की नींव में पानी भर गया। इससे कमजोर हो चुकी दीवारें अचानक भरभराकर गिर पड़ी।
घटना शनिवार शाम को हुई जिसकी जानकारी तत्काल आपात सेवाओं को दी गई। बचाव अभियान की निगरानी के लिए मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) डी के ठाकुर, मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नचिकेता झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ। विपिन ताडा समेत वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल, दमकल विभाग और पुलिस की टीम मलबे से लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है। शनिवार शाम से शुरू हुआ राहत और बचाव कार्य रविवार को भी जारी है।