अखिलेश यादव, केशव मौर्य (फोटो- सोशल मीडिया)
UP News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने पीडीए नारा (पिछड़े , दलित और अल्पसंख्यक) केंद्रित राजनीति को पूरी तरह से फर्जी बताया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इसे परिवार डेवलपमेंट एजेंसी कहा जाना चाहिए, जो केवल अखिलेश यादव के परिवार के सदस्यों की सेवा करती है। मौर्य ने दावा किया कि सपा सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड को लेकर जनता के असंतोष के कारण ही 2017 में भाजपा को भारी जीत मिली।
लखनऊ में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव की पीडीए परिवार डेवलपमेंट एजेंसी पूरी तरह से फर्जी है। वह 2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री रहे और अगर उन्होंने किसी पर सबसे ज़्यादा अत्याचार किया, तो वह ओबीसी, दलित और गरीब थे। उनके कार्यकाल को याद करके ही लोग डर से कांपने लगते हैं। क्योंकि उनकी सत्ता केवल गुंडों, अपराधियों, माफिया और दंगाइयों के लिए है।
इतना ही नहीं डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि इसी वजह से जनता ने 2017 में भाजपा को राज्य सौंप दिया और तय कर दिया कि 2047 तक सपा का कोई भविष्य नहीं है। मौर्य को पूर्व सांसद गंगा चरण राजपूत के आवास पर एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
डिप्टी सीएम केशव ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट में लिखा, “लखनऊ के गोमती नगर स्थित पूर्व सांसद गंगा चरण राजपूत जी के आवास पर मुझे भगवान महादेव का रुद्राभिषेक और पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।” “इस अवसर पर, माननीय विधायक श्री बृजभूषण राजपूत जी के परिजनों से स्नेहपूर्वक मुलाकात की और उनके पूज्य पुत्र को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।”
ये भी पढ़ें-Bihar: कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी गठित, माकन बने अध्यक्ष; प्रतापगढ़ी अहम…
वहीं अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा नीत उत्तर प्रदेश सरकार पर कन्नौज में विकास को बाधित करने और शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसे प्रमुख संस्थानों को कमजोर करने का आरोप लगाया। सभा को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि आने वाले समय में कन्नौज और उसका विकास बड़े पैमाने पर होगा। नौ साल से भारतीय जनता पार्टी कन्नौज के विकास को पीछे धकेल रही है। हो सकता है कि उसने नाम मात्र के लिए कुछ काम किए हों।