– राजेश मिश्र
लखनऊ : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सत्ता के लिए भाजपा (BJP) से आर-पार की लड़ाई लड़ने के संकल्प के साथ सपा प्रमुख (SP Chief) और पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister) अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार (Monday) को करहल विधानसभा सीट से नामांकन किया। वहीं, भाजपा ने केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) को करहल विधानसभा (Karhal Assembly) से उम्मीदवार बनाया है। अखिलेश के नामांकन के तुरंत बाद ही बघेल ने भी अपना पर्चा दाखिल कर दिया।
गौरतलब है कि एसपी बघेल साल 2009 में फिरोजाबाद से अखिलेश यादव के खिलाफ और डिंपल यादव के खिलाफ उपचुनाव में भी चुनाव लड़ चुके है। इस दौरान उन्होंने साल 2014 में फिरोजाबाद से अक्षय यादव के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था। इतना ही नहीं एसपीसिंह बघेल मुलायम सिंह यादव के सुरक्षा अधिकारी रह चुके है।
इससे पहले चर्चा चल रही थी कि भाजपा अखिलेश यादव के खिलाफ अपर्णा यादव को टिकट देने पर विचार कर रही है। इतना ही नहीं अपर्णा यादव ने इस पूरे मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि यदि पार्टी कहेगी तो वो मैनपुरी की करहल सीट से भी चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा था कि लखनऊ कैंट में लोगों की सेवा कर रही हूं। अगर पार्टी कहेगी तो अखिलेश भैया के खिलाफ भी चुनाव लड़ूंगी। पार्टी तय करेगी कि मुझे क्या करना है। लेकिन अब भाजपा ने केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल को टिकट दिया है और सारे कयासों पर फिलहाल रोक लगा दी है।
उधर सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को करहल विधानसभा सीट से नामांकन कराया। अखिलेश यादव गुलाबी रंग के विजय रथ पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस रथ की पहले हनुमान मंदिर में पूजा की गई, उसके बाद अपने पैतृक गांव सैफई से अखिलेश इस पर सवार होकर मैनपुरी के करहल के लिए निकले।
सैफई से करहल के बीच करीब 30 किमी की दूरी पर अखिलेश यादव का जगह जगह गर्मजोशी से स्वागत किया गया। गुलाबी रंग के विजय रथ पर सवार सपा अध्यक्ष हाथ हिला कर जनता का अभिवादन करते रहे। सैकड़ों वाहन के काफिले के बीच सड़कों पर उमड़ी भीड़ के चलते अखिलेश का रथ करीब एक बजे मैनपुरी कलेक्ट्रेट पहुंची। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के पुख्ता इंतजाम थे। अखिलेश के विजय रथ पर करहल से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके शोभन सिंह भी सवार रहे। इसके अलावा विजय रथ में पूर्व सांसद और अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप भी सवार हुए।
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव के व्यस्त कार्यक्रम के मद्देनजर इटावा और मैनपुरी में फिलहाल ज्यादा समय न दे सकें। उन्हें क्षेत्र की जनता से पूरा भरोसा है कि वह उन्हें प्रदेश में सरकार बनाने के लिए अन्य क्षेत्रों में जाने की अनुमति देगी। करहल में चुनाव के तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है। कांग्रेस ने इस सीट से ज्ञानवती यादव को और बसपा ने कुलदीप नारायण को उम्मीदवार बनाया है।