पैरासेलिंग (सौ. फ्रीपिक)
Gobind Sagar Lake: हिमाचल प्रदेश रोमांच प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है और यहां कई सारी गतिविधियाँ हैं जो सभी प्रकार के रोमांच चाहने वालों को पूरा करती है। गोबिंद सागर झील में अब पर्यटक पैरासेलिंग का मजा ले सकेंगे। यह दिसंबर के पहले सप्ताह से ट्रायल बेस पर शुरू की जाएगी। वाटर स्पोर्ट्स के शौकीन लोगों के लिए यह बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी। टिहरी डैम में पैरासेलिंग करवाने वाली दिल्ली की एक कंपनी इस परियोजना में ट्रायल संचालन के लिए आमंत्रित किया गया है। यह कंपनी अगले दो महीने तक झील में पैरासेलिंग गतिविधियों का संचालन करेगी। इस सिलसिले में जिला प्रशासन ने परियोजना की अनुमति प्रदान कर दी है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में गोविंद सागर झील में जल्द पैरासेलिंग गतिविधि शुरू होने वाली है। बता दें कि गोविंद सागर झील पहले से ही क्रूज राइड और शिकारा राइड जैसी गतिविधियों के साथ पर्यटकों को आकर्षित करती है। अब इन गतिविधियों में पेरासैलिंग को भी शामिल किया गया है। जिससे ये उम्मीद लगाई जा रही है कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना का उद्देश्य बिलासपुर को जल पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनाना है। इस पहल के तरह झील के आसपास होटल, रेस्त्रां और हस्तशिल्प जैसे उद्योगों को भी विकास होगा।
परियोजना का ट्रायल सफल होने पर पैरासेलिंग को स्थायी रूप से झील की आकर्षण सूची में शामिल किया जाएगा। गोविंद सागर झील की सुंदरता और पर्यटन क्षमता को देखते हुए पैरासेलिंग की गतिविधि को शामिल करना एक अनूठी पहल है। इससे पर्यटक को सुरक्षित और विश्वस्तरीय अनुभव मिल सकेगा।
पैरासेलिंग एक रोमांचकारी गतिविधि है जिसे पैरासेंडिंग के नाम से भी जाना जाता है। इसमें व्यक्ति को पैराशूट कैनोपी से जोड़ा जाता है। इसमें जमीन पर मोटर वाहन के पीछे खींचे जाने पर हवा में ऊपर उठते हुए रोमांच का मजा लिया जाता है। पैराग्लाइिंग में अलग पैरासेल को नाव या किसी वाहन की मदद से खींचा जाता है और इसका नियंत्रण ऑपरेटर के पास होता है। इस तरह की एक्टिविटी करने के लिए भारत में अन्य जगह भी मौजूद हैं।
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