पाकिस्तान में घूमने के लिए जगहें (सौ. फ्रीपिक)
पाकिस्तान: भारत का पड़ोसी देशों में से एक पाकिस्तान भारत से विभाजित होकर बना है। इस देश के बारे में लोग अलग-अलग तरह के विचार रखते हैं। इस देश में घूमने के लिए बहुत ही सारी बेहतरीन जगहें मौजूद हैं। प्राचीन किलों से लेकर झील, झरने, हरियाली लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां पर देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग घूमने के लिए आते हैं। अगर आप पाकिस्तान की कुछ शानदार जगहों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो इसके लिए यह लेख आपकी मदद कर सकता है। आज हम आपको पाकिस्तान में मौजूद कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे जहां जाने के बाद आपको आने का मन नहीं करेगा।
पाकिस्तान के गिलगित बाल्टिस्तान के दियामर जिले में स्थित यह जगह बहुत ही खूबसूरत है। इसे उत्तरी पाकिस्तान का हृदय भी माना जाता है। पाकिस्तान में इस जगह को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। इस शानदार जगह पर आप झील, बर्फ से ढके नंगा पर्वत का दीदार कर सकते हैं। पाकिस्तान में घूमने के लिए यह बेहतरीन जगहों की लिस्ट में शामिल है।
लाहौर की बादशाही मस्जिद पाकिस्तान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मस्जिद लाहौर किले के सामने मौजूद है। हर साल यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक आते है। इस जगह का निर्माण मुगल बादशाह औरंगजेब ने वर्ष 1671 और 1673 के बीच करवाया था। इस खास मस्जिद में संगमरमर के साथ लाल बलुआ पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। इस जगह पर मेले का आयोजन भी किया जाता है जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।
गिलगित बाल्टिस्तान में स्थित हुंजा वैली का नजारा देखने में बहुत ही अद्भुत लगता है। यह जगह हिमालय और काराकोरम की चोटियों से गिरी हुई है। माना जाता है कि यहां पर रहने वाले लोग करीब 100 साल से भी ज्यादा उम्र तक जीते हैं। यहां पर मौजूद अटाबाद झील का फिरोजी पानी लोगों को आकर्षित करता है। सूर्यास्त के बाद इस जगह को घूमने का मजा दोगुना हो जाता है।
अगर आप पाकिस्तान घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो मीनार ए पाकिस्तान को भी जरूर देखें। यह लाहौर में स्थित है। इसे टॉवर ऑफ पाकिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि इसी जगह पर अखिल भारतीय मुस्लिम लीग ने 23 मार्च 1940 को लाहौर प्रस्ताव पास किया था। जहां पर भारत से अलग एक मुस्लिम राज्य बनाने की मांग रखी गई थी। इस जगह को भी आप देख सकते हैं।
इस्लामाबाद की फैसल मस्जिद दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। इस मस्जिद का नाम सऊदी राजा फैसल के नाम पर रखा गया है। इस जगह की वास्तुकला और इतिहास दोनों ही बहुत खास है। इसे तुर्की वास्तुकार वेदत डेलोके ने डिजाइन किया है। यह पारंपरिक इस्लामी वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण है।