इयर इंड ट्रैवल ट्रेंड (सौ. सोशल मीडिया)
Year End Travel Trend: इयर एंड ट्रेंड में इस साल कुछ बदलाव देखने को मिला है। जहां पहले लोग गोवा और थाईलैंड जैसे जगहों पर क्रिसमस और न्यू इयर ट्रिप के लिए जाते थे, वहीं अब ज्यादातर लोग इस चीज से बोर हो गए हैं। इस साल देखा गया है कि लोग भीड़भाड़ और पार्टी कल्चर से दूर हटकर सुकून, अध्यात्म और शांत माहौल की तलाश में निकल रहे हैं। खास बात यह है कि Gen Z भी इसमें शामिल है। इस बार लोगों को अयोध्या, वाराणसी, ऋषिकेश और अमृतसर जैसे तीर्थस्थल बड़ी संख्या में आकर्षित कर रहे हैं।
पर्यटन उद्योग के अधिकारियों के अनुसार पिछले साल से घरेलू तीर्थ यात्राओं में तेज वृद्धि देखी गई है और साल के अंत में भी यही रुझान बने रहने की उम्मीद है। खास बात यह है कि युवा वर्ग यानी जेन जी भी आध्यात्मिक अनुभव और अन्य गतिविधियों के लिए तीर्थस्थलों की ओर जा रहे हैं। मथुरा से लेकर उडुपी और काशी की विशालाक्षी से मदुरई की मीनाक्षी तक सब जगह लोग जाना चाहते हैं।
उत्तर प्रदेश ने इस साल पहले ही पिछले साल के कुल पर्यटक आगमन के आंकड़े को पार कर लिया है। इस साल उम्मीद है कि यूपी में पर्यटकों का प्रभाव बना रहेगा। सबसे ज्यादा प्रभाव अयोध्या-प्रयागराज-काशी त्रिवेणी का रहा है। जिसमें यात्री अयोध्या के राम मंदिर, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम और काशी के घाटों की आध्यात्मिकता को यात्रा से जोड़ते हैं। यह त्रिकोण इस साल भारत के सबसे ज्यादा लोकप्रिय तीर्थ मार्गों में से एक बन गया है। इसके अलावा साल के अंत में वाराणसी, ऋषिकेश,हरिद्वार और अमृतसर सबसे ट्रेंडिंग डेस्टिनेशन मानी गई हैं।
क्रिसमस और न्यू ईयर हॉलिडे सीजन के लिए वाराणसी, तिरुपति और अयोध्या के लिए फ्लाइट बुकिंग ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफार्म पर पिछले साल की तुलना में 25 से 30 प्रतिशत बढ़ी है।
भारत में आध्यात्मिक यात्रा अब सिर्फ अनुष्ठानों तक सीमित नहीं रही, बल्कि पुनः खोज और माइंडफुलनेस को भी शामिल करती है।
श्रीशैलम, कुर्नूल, भद्राचलम, तिरुपति और कडप्पा जैसे मंदिर के लिए बस खोजें भी साल-दर-साल 50-55% बढ़ी हैं, जो दिखाती हैं कि आध्यात्मिक डेस्टिनेशन छुट्टियों के लिए यात्रियों की पसंद बने हुए हैं।
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करीब 12 प्रतिशत जेन जी आध्यात्मिक यात्रा पर जाने वाले हैं जिसमें पिछले साल की तुलना में 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए फ्लाइट टिकट बुकिंग में भी 25-30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
रामलला के दर्शन के लिए इस साल भारी भीड़ देखने को मिली। साल 2024 में 164.4 मिलियन पर्यटक अयोध्या आए थे। जो 2025 में जनवरी से जून के बीच बढ़कर 238.2 मिलियन हो गए। वहीं प्रयागराज में इस साल सबसे ज्यादा उछाल देखा गया।
उज्जैन, तिरुपति और द्वारका जैसे अन्य स्थानों की खोजों में भी वृद्धि हो रही है। वाराणसी और द्वारका में सबसे ज्यादा खोज वृद्धि दर्ज की गई है जो क्रमशः 31% और 27% बढ़ी है। तीर्थ यात्रा में प्रीमियम सेवाओं की मांग भी बढ़ रही है। 7,000 रुपये से ऊपर के कमरों की बुकिंग 20% बढ़ी है और पिछले तीन वर्षों में लोकप्रिय स्थानों पर बनने वाले कुल होटल कमरों में से एक तिहाई से अधिक इसी श्रेणी में हैं।