गुजरात में महात्मा गांधी से जुड़ी जगहें (सौ. सोशल मीडिया)
Gujarat Travel Places: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को प्यार से ‘बापू’ के नाम से जाना जाता है। हर साल 2 अक्टूबर को उनके जन्मदिन को पूरे देश में मनाया जाता है। यह दिन अहिंसा और सत्य के उनके अमिट संदेश का सम्मान करता है। 2025 में हम बापू की 156वीं जयंती मनाएँगे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन के सम्मान में भारत हर साल 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश मनाता है। 1986 में गुजरात के पोरबंदर में जन्मे गांधीजी सत्य और स्वतंत्रता के वैश्विक प्रतीक हैं। पोरबंदर से अहमदाबाद तक, दिल्ली से बंगाल तक, उनका जीवन अब पूरे भारत के संग्रहालयों और स्मारकों में संग्रहित है।
कीर्ति मंदिर गांधी जी के जन्मस्थान पर स्थित एक संग्रहालय है। इस तीन मंजिला इमारत को अब एक स्मारक में बदल दिया गया है जहाँ पेंटिंग्स, निजी सामान और एक प्रार्थना कक्ष रखा गया है। इसमें मोहनदास करमचंद गांधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी के आदमकद चित्र भी प्रदर्शित हैं।
साबरमती नदी के तट पर स्थित यह आश्रम 1917 से 1933 तक गांधी जी का घर था। एक सत्याग्रह आश्रम के रूप में शुरू हुआ साबरमती आश्रम प्रसिद्ध दांडी मार्च का प्रक्षेपण स्थल भी था। चरखों और गांधी स्मारक संग्रहालय वाली यह छोटी सी झोपड़ी ज़रूर देखने लायक है।
गुजरात में स्थित कोचरब आश्रम एक बहुत महत्वपूर्ण स्थल है। यह जगह महात्मा गांधी के सत्याग्रह और आध्यात्मिक अभियान का केंद्र था। इस की स्थापना बापू ने 1915 में की थी। जहां उनके जीवन और उसके सत्याग्रह को सजों कर रखा गया है। यहां गांधी जयंती पर बच्चों के साथ घूमने आ सकते हैं।
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सूरत से करीब 34 किमी दूर स्थित बारदोली से ही बारदोली सत्याग्रह की शुरुआत हुई थी। जिसकी शुरुआत सरदार वल्लभ भाई पटेल ने की थी। उसके बाद गांधी जी ने नमक सत्याग्रह की शुरुआत की। यहां पर आपको उनके जीवन से जुड़ी कई कहानी और घटनाओं से रूबरू होने का मौका मिलेगा।
यह स्कूल गुजरात के राजकोट शहर में स्थित है जिसका नाम गांधी जी के नाम पर रखा गया है। इसी स्कूल से महात्मा गांधी ने अपनी पढ़ाई पूरी की थी और ग्रेजुएट भी हुए थे। इसे राजकोट हाई स्कूल भी कहते हैं। यहां बच्चों के साथ घूमने जा सकते हैं।