YouTube पर कौन सी वीडियो पर मिलते है कितने पैसे। (सौ. Pixabay)
YouTube Earnings: YouTube केवल एक विषय तय करके सभी क्रिएटर्स को समान पैसे नहीं देता। कमाई कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे कंटेंट का विषय, दर्शकों की लोकेशन, विज्ञापन का प्रकार और विज्ञापनदाता की बोली। इस वजह से हर चैनल और वीडियो की इनकम अलग-अलग होती है।
कंटेंट का विषय YouTube से होने वाली कमाई का सबसे बड़ा फैक्टर है। कुछ विषयों पर विज्ञापनदाता ज्यादा पैसे खर्च करते हैं, जिससे क्रिएटर्स को अच्छी आमदनी होती है।
Quora के अनुसार, “वित्तीय सेवाओं या टेक्नोलॉजी से जुड़े विज्ञापनों का भुगतान अक्सर अधिक होता है।”
आपके वीडियो को कौन-सा देश देख रहा है, इससे भी कमाई प्रभावित होती है। विकसित देशों जैसे अमेरिका, कनाडा या यूरोप से आने वाले व्यूज़ पर विज्ञापनदाता ज्यादा पैसे खर्च करते हैं। वहीं, विकासशील देशों से मिलने वाले व्यूज़ पर रेवेन्यू अपेक्षाकृत कम होता है।
YouTube पर विभिन्न प्रकार के विज्ञापन चलते हैं जैसे स्किप करने योग्य, नॉन-स्किपेबल, इन-फीड विज्ञापन आदि। इनका भुगतान दर अलग-अलग होती है। इसके अलावा विज्ञापनदाता कितनी ऊंची बोली लगाते हैं, यह भी सीधे तौर पर क्रिएटर की कमाई को प्रभावित करता है।
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YouTube पर कमाई सिर्फ व्यूज़ पर नहीं, बल्कि विषय, विज्ञापनदाता की रणनीति और दर्शकों की लोकेशन पर निर्भर करती है। अगर सही निच और रणनीति चुनी जाए, तो YouTube से शानदार आय संभव है।