
ज्योतिरादित्य सिंधिया ( सौजन्य : सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : शनिवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार विभाग को लेकर एक बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि आने वाले साल में देश के सभी गांवों को टेलीकॉम कनेक्टिविटी से जोड़ने का टारगेट रखा है। साथ ही उन्होंने इस मंत्रिमंडल के लिए विशेष धनराशि देने की भी परमिशन दी है और साथ ही बताया है कि वे स्वयं इस प्रोजेक्ट के हर हफ्ते की प्रोग्रेस की निगरानी रखेगें।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी कहा है कि हमारे प्रधानमंत्री किसी भी लक्ष्य को 100 प्रतिशत प्राप्त करने में विश्वास करते है और इसके प्रति प्रतिबद्ध रहते है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि हमने देश के करीब 24,000 ऐसे गांवों की पहचान कर ली है, जो अभी तक किसी भी टेलीकॉम कनेक्टिविटी से कनेक्टेड हो। दूरसंचार विभाग ने इन सभी गांवों तक पहुंच के लिए भी विशेष योजना बनाई है। साथ ही उन्होंने इस योजना के लिए धनराशि को भी मंजूर कर दिया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साथ में ये भी बात कही है कि इन 24,000 गांवों में ज्यादातर गांव पूर्वी भारत के है, जहां तक पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए यहां तक पहुंचने के लिए रणनीति भी बनायी जा रही है। नए टेलीकॉम एक्ट के प्रावधानों के अंतर्गत जरूरती इंफ्रास्क्चर की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है और साथ ही वी-सैट और सेटेलाइट जैसी मिक्स्ड टेक्नोलॉजी की मदद से 12 महीनों के अंदर इस टारगेट को 100 प्रतिशत तक के पूरा करने के लिए काम भी किया जा रहा है।
संचार विभाग के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस प्रोजेक्ट की हफ्ते दर हफ्ते की निगरानी करने की भी बात कही है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि इस योजना को पूरा करने के लिए 13,000 से 14,000 गांवों को इससे जोड़ा जा रहा है। इस वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में पूर्वी भारत के राज्यों के लिए भी धनराशि आवंटित की गई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए ये भी कहा है कि पिछले 75 सालों से पूर्वोत्तर के क्षेत्रों पर कांग्रेस सरकार ने ध्यान नहीं दिया है ना ही इन राज्यों के लिए कोई भी विकास योजना लायी गई है, लेकिन प्रधानमंत्री के सरकार में आने के बाद इन क्षेत्रों में भी विकास होने की उम्मीद की जा रही है।






