D2D की मदद से अब लोग बिना सिम कार्ड के एक दूसरे से बात कर पाएगे। (सौ. Freepik)
नवभारत डिजिटल डेस्क. अगर आपके पास एक ऐसा स्मार्टफोन हो जिसमें बिना सिम कार्ड के भी आप किसी को कॉल कर सकें, तो कैसा रहेगा। यह थोड़ा सुनने में अजीब लगता है, लेकिन यह हकीकत बनने वाला है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस टेक्नोलॉजी को जल्दी सरकार आपके लिए लेकर आने वाली है, जिसमें सिम कार्ड के इस्तेमाल के बिना ही आप फोन कॉल कर पाएंगे। इस टेक्नोलॉजी का नाम डायरेक्ट टू डिवाइस (D2D) है।
D2D कॉलिंग की शुरुआत सरकारी कंपनी BSNL के द्वारा की गई है। BSNL में D2D कॉलिंग का ट्रायल भी पूरा कर लिया गया है, जिसके बाद D2D कॉलिंग की सुविधा को BSNL ने ग्लोबल सैटेलाइट कम्युनिकेशन फर्म के साथ साझा भी किया। D2D कॉलिंग के तहत यूजर्स एक दूसरे को बिना सिम कार्ड के नेटवर्क में आकर ऑडियो और वीडियो कॉल कर पाएंगे। D2D टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए एंड्रॉयड और iOS के अलावा तमाम स्मार्ट डिवाइस में आप ऐसा कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि टेक्नोलॉजी उन इलाकों में भी काम करेगी जहां पर नेटवर्क की सुविधा नहीं रहती।
ये भी पढ़े: क्या है PDI Inspection? दिवाली पर कार खरीदने से पहले जान लें ये बात
डायरेक्ट टू डिवाइस कनेक्टिविटी एक क्रांतिकारी तकनीक है, जो कि मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच और यहां तक कि कार में सीधे सैटेलाइट नेटवर्क के तहत कनेक्टिविटी करेगी। इसके तहत व्यक्ति डिवाइस कम्युनिकेशन दोनों तरीकों से डिजाइन कर रहा है, जो किसी भी लोकेशन पर काम कर सकती है।
डायरेक्ट टू डिवाइस सेवा की बात की जाए तो यह कम्युनिकेशन डिवाइस मोबाइल टावर या फिर वाइड कनेक्शन से सीधा कनेक्ट नहीं करती है। यह सेटेलाइट फोन से सीधा कनेक्ट करती है और आपको इस तकनीक का फायदा देती है, जो स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच या फिर स्मार्ट गैजेट के लिए जरूरी है।
ये भी पढ़े: 5G कनेक्टिविटी के बाद भी स्लो चलता है इंटरनेट? इस तरीके से परेशानी कर सकते है दूर
नई टेक्नोलॉजी के ट्रायल की बात करें तो BSNL और Viasat ने Non-Terrestrial Network (NTN) कनेक्टिविटी का उपयोग करते हुए एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर टू-वे मैसेजिंग और SOS मैसेजिंग का परीक्षण कर लिया है। इसमें 36,000 किलोमीटर दूर तक सेटेलाइट के माध्यम से फोन कॉल हो रहे हैं। D2D टेक्नोलॉजी का ट्रायल दिल्ली में चल रहा है, जो 8वें इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2024) में किया गया है।