डीपसीक एआई (सौ. X)
नवभारत टेक डेस्क: चीन का चर्चित AI स्टार्टअप DeepSeek अब एक बड़े डेटा लीक विवाद में फंस गया है। Wiz Research के सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि इस प्लेटफॉर्म का संवेदनशील डेटा सार्वजनिक रूप से एक्सपोज़ हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस लीक में चैट हिस्ट्री, सीक्रेट कीज और अन्य गोपनीय जानकारियां शामिल हैं।
साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स के मुताबिक, DeepSeek का एक्सपोज़्ड डेटाबेस ClickHouse सर्वर पर पाया गया, जो कि बड़े डेटासेट्स को प्रोसेस करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कोई भी व्यक्ति इस डेटाबेस को बिना किसी बाधा के एक्सेस कर सकता था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जब शोधकर्ताओं ने DeepSeek का स्कैन किया, तो उन्होंने पाया कि वहां 1 मिलियन से अधिक लॉग एंट्रीज मौजूद थीं, जिनमें यूजर इंटरेक्शन और चैट हिस्ट्री शामिल थी। इस लीक के कारण यूजर्स की API keys और अन्य संवेदनशील जानकारियां भी उजागर हो गईं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस डेटाबेस में फुल एडमिनिस्ट्रेटिव कंट्रोल मौजूद था। इसका मतलब यह है कि कोई भी साइबर अटैकर केवल डेटा को पढ़ ही नहीं सकता था, बल्कि उसे मॉडिफाई या डिलीट भी कर सकता था।
DeepSeek हाल ही में लॉन्च हुआ एक लोकप्रिय AI प्लेटफॉर्म है, जिसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। लेकिन साइबर सुरक्षा के बुनियादी मानकों की कमी के चलते इस लीक को गंभीरता से लिया जा रहा है। AI प्लेटफॉर्म्स पर भरोसा करने वाले बिजनेस और कंपनियों के लिए यह एक बड़ा खतरा बन सकता है।
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DeepSeek चीन का एक उभरता हुआ AI स्टार्टअप है, जिसने हाल ही में DeepSeek R1 नामक रिजनिंग मॉडल लॉन्च किया है। यह मॉडल ऑगमेंटेड रिजनिंग और एनालिटिकल कैपेबिलिटी के लिए डिज़ाइन किया गया है और तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है।
अगर आप DeepSeek का उपयोग करते हैं, तो अपने अकाउंट की सुरक्षा सुनिश्चित करें और संवेदनशील डेटा को एक्सपोज़ होने से बचाने के लिए उचित साइबर सुरक्षा उपाय अपनाएं।