Blackbuck Awards 2025 में किस को किया गया सम्मानित। (सौ. Source)
Blackbuck Awards 2025: नई दिल्ली के होटल द ललित में रविवार, 10 अगस्त को मेडिकल डायलॉग्स और नेशनल मेडिकल फोरम के संयुक्त आयोजन में Blackbuck Medical Research Awards 2025 का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतिष्ठित समारोह में 44 शोधकर्ताओं और संस्थानों को भारतीय चिकित्सा विज्ञान में मौलिक शोध और नवाचार के जरिए उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
दुर्लभ और सुंदर भारतीय मृग पर आधारित इन अवॉर्ड्स का नाम ब्लैकबक शोधकर्ताओं की दृढ़ता, अनुकूलनशीलता और चुनौतियों के बावजूद सफलता की प्रतीक भावना को दर्शाता है। भारत के कई मेडिकल शोधकर्ता सीमित फंडिंग, नियामक अड़चनों और संस्थागत बाधाओं के बावजूद वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
अपने दूसरे संस्करण में पहुंचे इन अवॉर्ड्स के लिए देशभर से 100 से अधिक उच्च गुणवत्ता वाले नामांकन प्राप्त हुए। स्वतंत्र ज्यूरी द्वारा कड़े मूल्यांकन के बाद विजेताओं का चयन पायोनियर रिसर्चर अवॉर्ड, राइजिंग रिसर्चर अवॉर्ड, स्टेलर रिसर्च रिकॉग्निशन और ट्रेलब्लेज़र अवॉर्ड्स जैसी विभिन्न श्रेणियों में किया गया। सम्मानित संस्थानों में एम्स, पीजीआईएमईआर, आईसीएमआर, अपोलो हॉस्पिटल्स, मेदांता सहित कई प्रतिष्ठित नाम शामिल रहे।
इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा (कुलपति, जीजीएसआईपीयू), डॉ. बी. श्रीनिवास (डीजीएचएस), प्रो. डॉ. अशोक पुराणिक (कार्यकारी निदेशक, एम्स गुवाहाटी) और डॉ. अनिल गोयल (कार्यकारी सदस्य, दिल्ली मेडिकल काउंसिल) सहित कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं।
ये भी पढ़े: YouTube का नया AI-ML उम्र पहचान सिस्टम: 18 से कम उम्र वालों पर कड़ी नजर
शाम के सत्र में NBEMS के अध्यक्ष और नेशनल मेडिकल कमीशन के चेयरपर्सन डॉ. अभिजात शेट ने मुख्य वक्ता के रूप में विचार रखे। उनके साथ श्री हर्ष मल्होत्रा (राज्य मंत्री, कॉर्पोरेट मामलों का मंत्रालय) भी उपस्थित रहे। अवार्ड समारोह के साथ-साथ मेडिकल रिसर्च समिट 2025 का भी आयोजन हुआ, जिसमें क्लिनिकल ट्रायल्स को व्यवहार में लाने, शोध में एआई के उपयोग और मेडिकल पब्लिशिंग के भविष्य पर विशेष सत्र आयोजित हुए। इसमें देशभर से डीन, विभागाध्यक्ष, जर्नल संपादक और शोध नेता शामिल हुए।
मेडिकल डायलॉग्स के चेयरमैन डॉ. प्रेम अग्रवाल ने कहा: “ब्लैकबक अवॉर्ड्स के जरिए हमने भारतीय मेडिकल रिसर्च को वह मंच और सम्मान दिया, जिसका वह हकदार है। हमें गर्व है कि हमने स्वास्थ्य क्षेत्र का भविष्य गढ़ने वाली नई और स्थापित दोनों तरह की शोध प्रतिभाओं को सम्मानित किया।”