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चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बृहस्पतिवार को राहत कार्यों में तेजी जारी रही। गौरतलब है कि उत्तर भारत के इन दोनों राज्यों में मूसलाधार बारिश ने सामान्य जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्य में स्कूलों की छुट्टियां 16 जुलाई तक बढ़ा दी हैं। पहले 13 जुलाई तक स्कूलों की छुट्टियां घोषित की गई थीं।
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने ट्वीट कर कहा कि सभी स्कूल 16 जुलाई तक बंद रहेंगे। दोनों राज्यों के अधिकारियों ने बीते तीन दिन से मौसम में सुधार होने के बाद राहत कार्य तेज कर दिए हैं। इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज में बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे पानी का बहाव 1.62 लाख क्यूसेक था, जो मंगलवार सुबह बैराज से छोड़े गए लगभग 3.21 लाख क्यूसेक पानी से काफी कम है।
हालांकि बीते दो दिन से यमुना नदी में तेजी से बढ़े बाढ़ के पानी ने करनाल और पानीपत के खेतों को भारी नुकसान पहुंचाया है और कुछ गांवों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। दिल्ली में बीते तीन दिनों में यमुना के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है। इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमीत शाह को पत्र लिखकर हथिनीकुंड बैराज से धीरे-धीरे पानी छोड़ने का अनुरोध किया है। वहीं हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि हथिनीकुंड एक बैराज है और यह कोई जलाशय नहीं है, जहां पानी को भारी मात्रा में जमा करके रखा जा सके।
केजरीवाल के पत्र पर अपनी राय देते हुए पाल ने कहा, ”यह एक बैराज है और हम एक तय सीमा को पार करने के बाद पानी को रोक कर नहीं रख सकत नहीं तो नुकसान और भी बड़ा हो सकता है।” सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा में बारिश से संबंधित घटनाओं में छह और लोगों की मौत हो गई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। इसमें हरियाणा के 10 लोग शामिल हैं। बारिश से पंजाब के 14 और हरियाणा के सात जिले प्रभावित हुए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब के कई प्रभावित जिलों में जलभराव से 14 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा चुका है। (एजेंसी)