नई दिल्ली: भारत के लिए ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा को एक खास उपाधि मिल गई है। नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना द्वारा एक बड़ा सम्मान मिला है। उन्हें टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक प्रदान की गई है। नीरज चोपड़ा ने 2020 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। वहीं 2024 के ओलंपिक में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता।
रक्षा मंत्रालय ने नीरज चोपड़ा को सम्मान देने की घोषणा की घोषणा भारत सरकार की पत्रिका गजट ऑफ इंडिया में की गई। उनकी रैंक 16 अप्रैल 2025 से ही लागू हो गया था। इससे पहले नीरज के पास टेरिटोरियल आर्मी में सूबेदार का पद था। अब उन्हें प्रमोशन मिल है। जिसके बाद वो लेफ्टिनेंट कर्नल बन गए हैं।
टेरिटोरियल आर्मी मुख्य सेना की सेकेंड लाइन के रूप में काम करती है। इसके सदस्य नॉर्मल लोग होते हैं, जो दूसरे पेशे से जुड़े होते हैं। टेरिटोरियल आर्मी के सदस्यों को आर्मी की ट्रेनिंग दी जाती है और इनकी आपदा और आपातकालीन स्थिति में सहायता ली जाती है। टेरिटोरियल आर्मी का सबसे प्रमुख काम सेना को मदद करना होता है।
नीरज चोपड़ा से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, कपिल देव और अभिनव ब्रिंद्रा जैसे खिलाड़ियों को टेरिटोरियल आर्मी में मानद उपाधि दी जा चुकी है। इसके अलावा इसका हिस्सा नाना पाटेकर, सचिन पायलट और अनुराग ठाकुर भी हैं।
पोलैंड में होने वाले टूर्नामेंट में नीरज चोपड़ा को दो बार के विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स, जर्मनी के जूलियन वेबर और पोलैंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक मार्सिन क्रुकोवस्की के अलावा साइप्रियन मर्जिग्लोड और डेविड वेगनर जैसे स्थानीय खिलाड़ियों की चुनौती का सामना करना होगा।
पोलैंड में होने वाली यह प्रतियोगिता नीरज के लिए सत्र का तीसरा टूर्नामेंट होगा। उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में की और अब 16 मई को दोहा डाइमंड लीग में हिस्सा लेंगे जहां उन्होंने 2023 (88.67 मीटर) में खिताब जीता और 2024 (88.36 मीटर) में दूसरे स्थान पर रहे। दोहा में भी नीरज को पीटर्स की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। पीटर्स को एनसी क्लासिक में भी 2016 के ओलंपिक चैंपियन जर्मनी के थॉमस रोहलर और 2015 के विश्व चैंपियन कीनिया के जूलियस येगो के साथ हिस्सा लेना था।