स्पोर्ट्स डेस्क, नवभारत: भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना हर क्रिकेटर का ख्वाब होता है। यह ख्वाब मुक्कमल होने के बाद टीम में निरंतर बने रहना दूसरा ख्वाब बन जाता है। जो कि बहुत कम लोगों का ही पूरा हो पाता है। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अपनी प्रतिभा के दम पर बहुत ही कम समय में उस फेहरिस्त में शुमार हो चुके हैं जिसने यह दोनों ख्वाब पूरे किए हों। आज यानी शुक्रवार 4 अक्टूबर 2024 को वह अपना 27वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर उनकी जिंदगी सें जुड़े कुछ रोचक किसे आप तक पहुंचाकर अपने हिस्से का सेलिब्रेशन करना चाहते हैं।
मैदान पर अपना और अपनों का ही नहीं बल्कि विरोधी टीम और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने वाले भारतीय विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के अंदाज का हर कोई कायल है। प्रतिभा के साथ-साथ उनका अंदाज ही है जिसने बहुत कम समय में एक बड़ी फैन फॉलोइंग खड़ी कर दी है। लेकिन चुलबुल ऋषभ की जिंदगी का एक दूसरा पक्ष भी है। जिसके बारे में आपको अंदाजा भी नहीं होगा।
ऋषभ पंत का जन्म 4 अक्टूबर 1997 को उत्तराखंड के रुड़की में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक क्रिकेट शिक्षा दिल्ली से ली थी, जिसके बाद जल्द ही वह अंडर-19 टीम इंडिया का हिस्सा बन गए थे। साल 2016 में उन्होंने भारत के लिए अंडर-19 भी खेला, जहां उन्होंने अपनी छाप छोड़ी और फिर 2017 में उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बना लिया गया।
पंत ने जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में दमदार पारी खेलकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर अपना पहला शतक जड़ा था। उन्होंने सिडनी में खेले चौथे टेस्ट की पहली पारी में नाबाद 159 रन बनाए थे। हालांकि यह मुकाबला ड्रॉ हो गया था। इसी के साथ सीरीज में बराबरी करने का ऑस्ट्रेलिया का सपना टूट गया और भारत ने टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम कर लिया। पंत के इस शतक ने चारों और उनके चर्चे फैला दिए थे।
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जिसके बाद वह भारत के सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गए। 2020 में, उन्होंने T20 इंटरनेशनल में कदम रखा और पहले ही मुकाबले में 71 रनों की तेज पारी खेलकर अपना डेब्यू मुकाबला यादगार बनाया।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा काफी मुश्किलों भरा था। इस दौरे पर कई भारतीय खिलाड़ी चोटिल हो गए थे। 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले 2 मुकाबलों के बाद नतीजा 1-1 की बराबरी पर था। जिसके बाद सिडनी में खेले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने फिर से जाल बिछाया। लेकिन ऋषभ पंत ने 97 रन की अहम पारी खेलकर मैच को ड्रॉ करवाया।
टेस्ट क्रिकेट में पंत धमाकेदार बल्लेबाजी करने के लिए मशहूर हैं। उन्होंने टेस्ट में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक लगाने के मामले में भारत के पूर्व दिग्गज कपिल देव को भी पीछे छोड़ दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ साल 2022 में पंत ने केवल 28 गेंद में अर्धशतक जड़ा था। जबकि कपिल ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 1982 में 30 गेंद में फिफ्टी लगाई थी। तीसरे स्थान पर शार्दुल ठाकुर हैं, जिन्होंने 31 गेंद लिए हैं।
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पंत के नाम कई रिकॉर्ड हैं, जिनमें से एक ये भी हैं कि वह सबसे कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 छक्के लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने यह कारनामा केवल 24 साल और 271 दिन में किया था। ऐसा करके पंत ने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा था, जिन्होंने 25 साल की उम्र में 100 छक्के लगाए थे।
साल 2017 में इंडियन प्रीमियर लीग के समय उनके पिता का देहांत हो गया था। उस समय पंत केवल 20 साल के थे। वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में गए लेकिन सिर्फ दो दिन बाद ही क्रिकेट के मैदान पर लौट आए और अर्धशतक जड़ दिया। पंत की इस पारी की कई दिग्गजों ने तारीफ भी की थी।
पंत के करियर में अचानक एक मोड़ आया जब 30 दिसंबर 2022 को उनका कार एक्सीडेंट हुआ। इस दुर्घटना में वह बाल-बाल बचे थे, लेकिन उन्हें गंभीर चोटें आई थी। जिससे उबरने में उन्हें लंबा समय लगा। हालांकि रिकवर होकर वह जब मैदान पर आए तब उनके फैंस ने उनका बेहतरीन स्वागत किया।