क्विंटन डी कॉक (फोटो- सोशल मीडिया)
South Africa Cricket Team: क्रिकेट की दुनिया में अक्सर ऐसे पल देखने को मिलते हैं, जिनकी किसी को उम्मीद नहीं होती। कभी कोई खिलाड़ी अपने शानदार फॉर्म के बावजूद अचानक संन्यास की घोषणा कर देता है, तो कभी कोई पुराने सितारे फिर से मैदान में लौट आते हैं। पिछले कुछ वर्षों में कई क्रिकेटरों ने अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेकर सभी को हैरान किया था। लेकिन बाद में कुछ ने अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हुए दोबारा देश के लिए खेलने का निर्णय लिया। अब इस लिस्ट में साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक का नाम भी शामिल हो गया है।
डी कॉक ने साल 2024 में टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उस समय उन्होंने यह साफ किया था कि अब वे फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट पर ध्यान देंगे। हालांकि, कुछ महीनों बाद उन्होंने अपने फैसले को पलटते हुए एक बार फिर साउथ अफ्रीका के लिए खेलने का ऐलान कर दिया। क्रिकेट फैंस के लिए यह खबर किसी सरप्राइज से कम नहीं थी, क्योंकि डी कॉक टीम के सबसे अनुभवी और भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहे हैं।
लंबे इंतजार के बाद क्विंटन डी कॉक ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की, लेकिन उनकी यह शुरुआत उम्मीद के अनुरूप नहीं रही। नामीबिया के खिलाफ खेले गए टी20 मुकाबले में डी कॉक केवल 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने अपनी पारी में चार गेंदों का सामना किया और किसी भी गेंदबाज को परेशान नहीं कर पाए। जो फैंस उनकी धमाकेदार वापसी की उम्मीद कर रहे थे, उन्हें निराशा हाथ लगी।
डी कॉक साउथ अफ्रीका के लिए लंबे समय तक शीर्ष क्रम में टीम की रीढ़ रहे हैं। उनकी तेज़तर्रार बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के कारण वे टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में गिने जाते थे। हालांकि, अब जब उन्होंने फिर से वापसी की है, तो सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि क्या वह पहले जैसी लय हासिल कर पाएंगे या नहीं। आने वाले महीनों में उनके प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की नजरें टिकी रहेंगी, क्योंकि अगले साल टी20 वर्ल्ड कप और 2027 में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन होना है, जिसमें उनका अनुभव टीम के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकता है।
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डी कॉक की वापसी वाले इस मुकाबले में नामीबिया की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। यह मैच नामीबिया के लिए ऐतिहासिक रहा क्योंकि वह अपने घरेलू मैदान पर पहली बार किसी इंटरनेशनल मुकाबले की मेजबानी कर रही थी। साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज नामीबियाई गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाए और पूरी टीम 20 ओवर में सिर्फ 134 रन ही बना सकी। नामीबिया की ओर से ट्रम्पेलमैन सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट हासिल किए। वहीं मैक्स हेइंगो ने भी 2 विकेट झटके और साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी क्रम को हिलाकर रख दिया।