विराट कोहली (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: विराट कोहली ने 12 मई को संन्यास ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने संन्यास की घोषणा कर दी है। रोहित शर्मा के संन्यास लेते ही विराट कोहली की भी संन्यास की खबरें सामने आने लगी थी। जिसके बाद विराट ने उस खबर पर मुहर लगा दी।
विराट कोहली के संन्यास के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने दावा किया है कि विराट कोहली को बीसीसीआई का साथ और समर्थन नहीं मिला। जिसके बाद उन्हें तुरंत प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा। कैफ ने कहा कि वो इस प्रारुप को खेलना जारी रखना चाहते थे।
कैफ ने कहा कि मुझे लगता है कि वह इस प्रारूप में खेलना जारी रखना चाहता था। बीसीसीआई के साथ कुछ आंतरिक बातचीत हुई होगी, चयनकर्ताओं ने पिछले 5-6 वर्षों में उसके प्रदर्शन का हवाला दिया होगा और उसे बताया होगा कि टीम में उसका स्थान अब नहीं रह गया है। हमें कभी पता नहीं चलेगा कि क्या हुआ, यह अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है कि पर्दे के पीछे वास्तव में क्या हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि आखिरी समय में लिए गए इस फैसले को देखते हुए मुझे लगता है कि वह इंग्लैंड दौरे के लिए वापसी करने को तैयार था। इस दौरान उसन घरेलू क्रिकेट रणजी ट्रॉफी भी खेला। पिछले कुछ हफ्तों में हुए घटनाक्रमों को देखते हुए, उसे बीसीसीआई और चयनकर्ताओं से वह समर्थन नहीं मिला जिसकी उसे उम्मीद थी, जो उसे नहीं मिला।
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 9 पारियों में 190 रन बनाए। जिस कारण भारत को 3-1 से सीरीज गंवानी पड़ी। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक भी आया। उसके बावजूद वो 8 पारियों में केवल 90 रन ही बना सके। कैफ ने इसको लेकर कहा था कि ऑस्ट्रेलिया में रन बनाने की जल्दी में कोहली का टेस्ट करियर तेजी से गिर रहा है।
कोहली ने अपने 14 साल की टेस्ट करियर में 123 मैचों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने इस फॉर्मेट में 30 शतक भी बनाए। उनका यह फैसला भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के ठीक पांच दिन बाद आया है।