आईओए द्वारा सम्मानित खिलाड़ी (फोटो-सोशल मीडिया)
IOA felicitates India’s Paris 2024 Olympic medallists: स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और निशानेबाज मनु भाकर सहित 2024 पेरिस ओलंपिक में देश के पदक विजेताओं को सोमवार को यहां एक भव्य समारोह में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। खेल मंत्री मनसुख मांडविया और आईओए की अध्यक्ष पीटी उषा ने इस कार्यक्रम में विजेताओं को सम्मानित किया।
पुरुषों के भाला फेंक में रजत पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा व्यक्तिगत रूप से पुरस्कार लेने नहीं आ सके क्योंकि वह इस समय देश से बाहर हैं। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के एक अधिकारी ने उनकी तरफ से मांडविया से 75 लाख रुपये का चेक प्राप्त किया। चोपड़ा के तत्कालीन कोच, जर्मनी के क्लाउस बार्टोनिट्ज को 20 लाख रुपये से सम्मानित किया गया। बार्टोनिट्ज़ भी इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे। बार्टोनिट्ज़ हालांकि अब चोपड़ा के साथ नहीं है।
मनु भाकर को पहले व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल में उनके कांस्य पदक के लिए 50 लाख रुपये मिले और फिर मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में सरबजोत सिंह के साथ तीसरे स्थान पर रहने के लिए उन्होंने 50 लाख रुपये साझा किए।
उनके कोच जसपाल राणा को मनु को व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक दिलाने के लिए 10 लाख रुपये से पुरस्कृत किया गया जबकि उन्होंने मनु और सरबजोत के मिश्रित 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में तीसरे स्थान के लिए अभिषेक राणा (सरबजोत सिंह के कोच) के साथ उन्होंने 15 लाख रुपये साझा किए।
यह भी पढ़ें: बर्थडे विशेष: वो शख्स जिसने खिलाड़ी और कोच रहते जीता सभी ICC टूर्नामेंट, जानें उनकी कहानी
कुश्ती 57 किग्रा फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान अमन सहरावत को 50 लाख रुपये से सम्मानित किया गया और उन्होंने अपने कोच अली शबानोव की ओर से 15 लाख रुपये भी प्राप्त किए।
पचास मीटर राइफल थ्री पोजीशन में कांस्य पदक जीतने वाले निशानेबाज स्वप्निल कुसाले को भी 50 लाख रुपये मिले, जबकि उनकी कोच दीपाली देशपांडे को 15 लाख रुपये से सम्मानित किया गया।
कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सभी सदस्यों को 10 लाख रुपये प्रत्येक दिए गए। टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन को 20 लाख रुपये मिले। कार्यक्रम में आईओए कार्यकारी समिति के अधिकांश सदस्य भी मौजूद थे।
इस मौके पर खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत को 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में 20 पदकों का लक्ष्य रखना चाहिए तथा 2036 तक शीर्ष 10 देशों में आने का लक्ष्य रखना चाहिये। हम 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए प्रयास कर रहे हैं और उन खेलों में हमारा लक्ष्य पदक तालिका में शीर्ष 10 में आना है। 2047 में जब देश अपनी 100वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ मनाएगा, तब हमें शीर्ष पांच में होना चाहिए।”
मंडाविया ने पदक विजेताओं के सम्मान पर जोर देते हुए कहा कि हमारे चार मुख्य हितधारक है। खिलाड़ी, आईओए, कोच और कॉरपोरेट सेक्टर। सभी ने अपनी जिम्मेदारियों को पूरा किया है। उषा ने माना कि पदक विजेताओं का सम्मान समारोह पहले होना चाहिए था, लेकिन ‘प्रशासनिक और लॉजिस्टिक कारणों’ से देर हुई।
उन्होंने पदक विजेताओं को बधाई देते हुए कहा, ‘‘आपकी उपलब्धियों ने देश को गौरवान्वित किया है और खुशी दी है। आप भारतीय युवाओं की लगन, दृढ़ता और असीम संभावनाओं के प्रतीक हैं।”
उन्होंने पदक जीतने में विफल रहे खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा, ‘‘उन एथलीटों के लिए जो पदक नहीं जीत पाए हैं, कृपया जान लें कि आपका योगदान भी उतना ही अहम है। आपका प्रयास, आपका साहस और ओलंपिक खेलों में आपकी उपस्थिति हमारे देश के लाखों लोगों को प्रेरित करती है।” (भाषा इनपुट के साथ)