गौतम गंभीर (फोटो- सोशल मीडिया)
Gautam Gambhir Statement: भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज हार के बाद खिलाड़ियों और फैंस के रवैये पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी परिस्थिति में हार के बाद सराहनीय प्रदर्शन का जश्न नहीं मनाया जाना चाहिए। गंभीर का यह बयान टीम के प्रदर्शन पर आत्ममंथन का संकेत देता है।
गंभीर ने बीसीसीआई डॉट टीवी से बातचीत में कहा कि व्यक्तिगत प्रदर्शन की सराहना करना गलत नहीं है, लेकिन सीरीज हारने के बाद उत्सव मनाना उचित नहीं। उन्होंने कहा, “मैं किसी खिलाड़ी के अच्छे प्रदर्शन से खुश हो सकता हूं, लेकिन कोच के तौर पर मैं हार का जश्न नहीं मना सकता। हमारा लक्ष्य केवल मैच जीतना नहीं, बल्कि सीरीज जीतना होना चाहिए।”
गंभीर ने आगे कहा कि यह टीम और कोच दोनों की जिम्मेदारी है कि हार से सीख लेकर अगले मुकाबलों में मजबूत वापसी की जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टीम इंडिया को अब ‘बड़ी तस्वीर’ पर ध्यान देना चाहिए, न कि केवल व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स पर।
ऑस्ट्रेलिया दौरे में रोहित शर्मा और विराट कोहली ने आईपीएल के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी। रोहित ने तीसरे वनडे में शतक जमाकर ‘मैन ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का पुरस्कार जीता, जबकि कोहली ने आखिरी मैच में नाबाद 74 रनों की पारी खेली। हालांकि, टीम इंडिया सीरीज नहीं जीत सकी। गंभीर ने किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान से यह साफ झलकता है कि वे टीम के सामूहिक प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं।
गंभीर ने कहा, “एक कोच के तौर पर मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं अपने खिलाड़ियों को यह याद दिलाऊं कि सीरीज हारना गर्व की बात नहीं। हमें देश का प्रतिनिधित्व करने का गर्व है, लेकिन हार पर जश्न मनाना गलत संदेश देता है।” उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि टी20 सीरीज जीतने के बावजूद टीम को कई पहलुओं पर सुधार की जरूरत है।
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भारत ने वनडे सीरीज हारने के बाद टी20 सीरीज 2-1 से अपने नाम की। गंभीर ने कहा कि जीत से टीम का आत्मविश्वास जरूर बढ़ा है, मगर सीखने की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम देश के लिए खेल रहे हैं, हर मैच हमारे गर्व का प्रतीक है। इसलिए हर जीत और हार को गंभीरता से लेना जरूरी है।”