
सोमचंद्र डी सिल्वा का 82 साल की उम्र में निधन (फोटो- सोशल मीडिया)
Somachandra De Silva passed away at the age of 82: आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन अबु धाबी में चल रहा है, वहीं क्रिकेट जगत को एक दुखद खबर मिली है। श्रीलंका के पूर्व कप्तान और क्रिकेटर सोमचंद्र डी सिल्वा का निधन हो गया। 83 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। डी सिल्वा श्रीलंका की उस ऐतिहासिक टीम का हिस्सा थे जिसने 1982 में इंग्लैंड के खिलाफ देश का पहला टेस्ट मैच खेला। उनके निधन की खबर से क्रिकेट समुदाय में शोक की लहर फैल गई।
सोमचंद्र डी सिल्वा के निधन पर श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सोशल मीडिया के माध्यम से दुख जताया। बोर्ड ने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट डी.एस. डी. सिल्वा के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता है। उन्होंने खिलाड़ी और प्रशासक दोनों रूप में क्रिकेट को महत्वपूर्ण योगदान दिया। डी सिल्वा ने श्रीलंका के लिए 12 टेस्ट और 41 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और दोनों प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम की कप्तानी की।
Sri Lanka Cricket wishes to express its deepest sympathies to the family of Mr. D. S. de Silva, who has passed away. Mr. de Silva rendered yeoman service to the game of cricket, first as a player and later as an administrator. He represented Sri Lanka in 12 Test matches and 41… pic.twitter.com/5eJXiQvWt4 — Sri Lanka Cricket 🇱🇰 (@OfficialSLC) December 16, 2025
क्रिकेट करियर के बाद डी सिल्वा प्रशासक के रूप में भी सक्रिय रहे। उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए श्रीलंका क्रिकेट की सेवा की। 2009 से 2011 तक उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट के अंतरिम प्रशासन के अध्यक्ष के रूप में अपना योगदान दिया। उनके नेतृत्व और अनुभव ने श्रीलंका क्रिकेट के प्रशासनिक ढांचे को मजबूती दी।
सोमचंद्र डी सिल्वा ने श्रीलंका के लिए 1975 में वनडे डेब्यू किया और 1982 में पहला टेस्ट मैच खेला। उन्होंने 1984 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय रहते हुए देश का प्रतिनिधित्व किया। टेस्ट मैचों में उन्होंने 12 मैचों में 406 रन बनाए और 37 विकेट हासिल किए। वनडे में उन्होंने 41 मैच खेलते हुए 371 रन बनाए और 32 विकेट लिए।
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डी सिल्वा न केवल प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे, बल्कि टीम के प्रेरक और लीडर भी रहे। उनकी कप्तानी में टीम ने कई महत्वपूर्ण मुकाबले खेले और युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन दिया। खेल के मैदान के बाहर, उनके प्रशासनिक योगदान ने श्रीलंका क्रिकेट को मजबूत किया और भविष्य के लिए नींव रखी। सोमचंद्र डी सिल्वा का निधन श्रीलंका और विश्व क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान है। उनके योगदान, खेल भावना और नेतृत्व को हमेशा याद रखा जाएगा।






