बीपीएल (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग में पिछले कुछ हफ़्तों में लगातार लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए अपनी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) की सहायता के लिए एक स्वतंत्र जांच निकाय की स्थापना की है। यह 2013 के बाद से बीपीएल में पहली आधिकारिक भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की जा रही है, क्योंकि लीग खिलाड़ियों के भुगतान में देरी और टिकट विवादों से जूझ रही है।
बीसीबी की प्रेस रिलीज में कहा कि अपने निरंतर प्रयासों के तहत बीसीबी अपनी जांच में एसीयू को और अधिक सहायता देने के लिए एक स्वतंत्र जांच निकाय की स्थापना करने की प्रक्रिया में है। बीसीबी एक निष्पक्ष और पारदर्शी क्रिकेट वातावरण सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है और बांग्लादेश में खेल की अखंडता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करना जारी रखेगा।
हाल ही में मीडिया रिपोर्टों में भ्रष्टाचार के मामलों का आरोप लगाया गया है, जिसमें विशिष्ट खिलाड़ियों और मैचों का नाम लिया गया है, हालांकि इन दावों की पुष्टि अभी तक बीसीबी के एसीयू द्वारा नहीं की गई है। मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग की रिपोर्टों के बाद बीसीबी के अध्यक्ष फारुक अहमद ने बताया कि बोर्ड किसी भी गलत काम के दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
संदिग्ध मैच | तिथि |
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फॉर्च्यून बरीशाल बनाम राजशाही | 6 जनवरी |
रंगपुर राइडर्स बनाम ढाका | 7 जनवरी |
ढाका बनाम सिलहट | 10 जनवरी |
राजशाही बनाम ढाका | 12 जनवरी |
चिटगांव बनाम सिलहट | 13 जनवरी |
बरीशाल बनाम खुलना टाइगर्स | 22 जनवरी |
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ऐसा बताया जा रहा है कि 10 खिलाड़ी जांच के दायरे में है। वहीं चार फ्रेंचाइजी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जांच के दायरे में आए 10 क्रिकेटरों में से छह बांग्लादेश की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, दो अनकैप्ड बांग्लादेशी खिलाड़ी हैं और दो विदेशी क्रिकेटर हैं।