डॉ. वर्षा आशीष डहाणे (फोटो-सोशल मीडिया)
नागपुर: मोटापे को एक रोग माना जाने लगा है। यह एक पुरानी, जटिल बीमारी है जो अत्यधिक फैट के जमाव से होती है। इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं जुड़ी होती हैं, जैसे टाइप-2 मधुमेह, हृदय रोग, बीपी, हाइपरटेंशन, हैपोथयरॉईड, अन्य कई सारी बीमारियां और कैंसर भी। महिलाओं में भी हार्मोनल इंबैलेंस, पीसीओडी, इनफर्टिलिटी और कई सारी बीमारियां रहती हैं।
ओबेसिटी एक्सपर्ट डॉ. वर्षा आशीष डहाणे ने वायब्रेंट विदर्भ के तहत बातचीत में बताया कि भले ही अभी इसके बारे में 45 प्रतिशत लोगों में जागरूकता आई है, लेकिन बचे हुए लोगों को भी सतर्क होने की आवश्यकता है। देश अभी शुगर की राजधानी बन गया है। वह दिन भी अब दूर नहीं जब देश मोटापे की भी राजधानी बन जाएगा।
तनावपूर्ण जीवनशैली मोटापे का कारण
डॉ. डहाणे ने बताया कि तनावपूर्ण जीवनशैली मोटापे का प्रमुख कारण है, क्योंकि तनाव शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ाता है जो भूख को बढ़ाता है और शरीर में फैट जमा होने को बढ़ावा देता है। इससे अतिरिक्त कैलोरी का सेवन और वजन बढ़ने का जोखिम बढ़ता है। असल में जब हम तनाव की स्थिति में होते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जो व्यक्ति में अधिक खाने की इच्छा जागृत करता है। नींद में खलल और मेटाबॉलिज्म दर को भी प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण पेट की चर्बी और शरीर का संपूर्ण वजन बढ़ने का जोखिम रहता है। भागदौड़ भरी जिंदगी, तनाव, वर्कलोड यह भी इसके कारण हैं। आज उनके पास पूरे विदर्भ से ही नहीं बल्कि पुणे, मुंबई, हैदराबाद और विदेशों से भी पेंशेंट ऑनलाइन परामर्श लेते हैं।
डॉ. डाहणेज डाइट एंड वेटलॉस क्लिनिक अत्याधुनिक मशीनों और टेक्नॉलॉजी से सुसज्जित है
डहाणे ने बताया कि अत्याधुनिक इनबॉडी टेस्ट मशीन से पेशेंट का ओबेसिटी एनालिसिस, मसल्स एंड फैट एनालिसिस, वेस्ट सरकम्फ्रेंस, मेटाबॉलिक रेट, बॉडी मास इंडेक्स के वर्गीकरण के बाद और मेडिकल हिस्ट्री पर आधारित मरीज के उपचार की शुरुआत होती है। उनके मरीजों के इलाज के उनके खुद के तरीके हैं, जिसमें डायट में वो शुगर, घी, बनाना, रोटी, चिकन या नॉन वेज को बंद नहीं करती है। पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री और ब्लड रिपोर्ट के आधारित पर्सनलाईज्ड डाईट चार्ट देती हैं और साथ में कई सारे टेक्नॉलॉजी के उपयोग से वो फैट लॉस, स्किन टाईटींनिंग, मसलमास स्ट्रेन्तनिंग कराती हैं। वे मल्टी विटामिन आई-वी ड्रीप थेरपी का भी ट्रीटमेंट में उपयोग करती हैं। साथ में हर पेशेंट को सकारात्मक सोच की ट्रेनिंग भी देती हैं, ताकि पेंशट स्ट्रेस फ्री लाईफ स्टाइल मैनेज कर सके। अपने ट्रीटमेंट से वह प्रतिमाह 5 किलो वजन, स्वास्थ्य तरीके से घटाती हैं।
हेल्दी वेट लॉस एंड वेट गेन का सिद्धांत
अभी तक हजारों लोगों का उपचार कर चुकीं डॉ. डहाणे का मानाना है कि चाहे वजन बढ़ना हो (वेट गेन) या फिर वजन घटना हो (वेट लॉस) हो, उन्होंने स्वास्थ्य तरीके ही अपनाए हैं। उनका मानना है कि जरूरी नहीं कि गार्डन या मैदान में ही हमें व्यायाम करने चाहिए। हम दैनिक क्रियाओं द्वारा भी व्यायाम कर सकते हैं। प्रति 20 किलो वजन के लिए 1 लीटर के हिसाब से पानी पीना चाहिए। पौष्टिक और घर का बना आहार अपने पूरे परिवार के साथ खाने का नियम बनाना चाहिए। 6 से 7 घंटो की नींद प्रतिदिन लेना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खाने और नींद को समय नहीं दिया तो बढ़ती उम्र में हम बिमारियों से ग्रसित रहेंगे और दवाई लेने के लिए समय निकालना पडे़गा। उन्होंने कहा कि खुद के शरीर को फैट बर्निंग मशीन के रूप में तैयार करना चाहिए।