नवजोत सिंह सिद्धू (डिजाइन फोटो)
नवभारत डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, आप जानते ही हैं कि पूर्व क्रिकेटर, कपिल शर्मा के शो के महत्वपूर्ण किरदार, अपने खास अंदाज में क्रिकेट कमेंट्री करनेवाले और हद से ज्यादा बड़बोले नवजोत सिंह सिद्धू एक बड़े इन्फ्लुएंसर हैं। अपने बेबाक बयानों से वह लोगों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने अजीब सा दावा किया कि उनकी पत्नी नोनी का चौथे स्टेज में जा पहुंचा कैंसर उन्होंने नीम की पत्तियां और कच्ची हल्दी का सेवन कराके ठीक कर दिया। इसके अलावा उन्होंने कैंसर सेल्स को बढ़ानेवाली मीठी चीजों का खाना भी बंद करवा दिया था।’’
हमने कहा, ‘‘सिद्धू कुछ भी कहें, उनके इस दावे को टाटा मेमोरयल कैंसर हास्पिटल के 262 डाक्टरों ने ठुकरा दिया। डाक्टरों ने कहा कि सिद्धू की बताई चीजों पर रिसर्च अवश्य चल रही है लेकिन इनसे मरीज के ठीक हो जाने का दावा सही नहीं है। लोगों को चाहिए कि जैसे ही कैंसर के शुरूआती लक्षण नजर आएं, तुरंत अस्पताल जाकर जांच करवानी चाहिए।’’
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पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आजकल व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी और गूगल गुरू से लोग बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। वे पहले हर मर्ज का इलाज वहीं खोजते हैं। गूगल गुरू के समान नवजोत गुरू भी ऐसे सरदार हैं जो असरदार तरीके से अपनी बात रखते हैं चाहे वह सच हो सरासर गप! सिद्धू का बोलने का अंदाज कुछ ऐसा रहता है- गुरु, कैंसर से दुनिया डरती है, लेकिन जो डर गया वो मर गया! मरना नहीं है तो मेरी बात मानो! कीमो थेरेपी से इलाज कराओगे तो कीमो तुम्हारा कीमा बनाकर रख देगा। कभी तुमने हल्दी देखी है?
पड़ोसी ने कहा, ‘‘अरे वही जो शादी के वक्त लगाई जाती है। हल्दी को अंग्रेजी में टरमेरिक और साइंस की भाषा में कुर्कुमिन कहते हैं। तो गुरु, कच्ची हल्दी खाओ, नीम की कड़वी पत्तियां बकरी के समान चबाओ। देखोगे कि कैंसर सिर पर पैर रखकर भाग गया! गुरु, विश्वास बड़ी चीज है। बगैर भरोसे के दवा असर नहीं करती। सिद्धू को नीम हकीम खतरे जान मत समझना। नीम का पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देता है। दिल्ली में हर घर के सामने नीम का झाड़ लगाओ तो वायु प्रदूषण की छुट्टी हो जाएगी। इस बात पर ठोको ताली!’’
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी द्वारा