सरकार ने शशि थरूर को जिम्मेदारी सौंपी (सौ.डिजाइन फोटो)
नवभारत डिजिटल डेस्क: ऑपरेशन सिंदूर का सच बताने के लिए भारत विभिन्न पार्टियों के 7 प्रतिनिधि मंडलों को विश्व के विभिन्न देशों में भेज रहा है लेकिन कांग्रेस बेवजह गुस्से से लाल हो रही है कि उसके द्वारा भेजे गए 4 नामों की उपेक्षा कर मोदी सरकार ने अमेरिका जानेवाले प्रतिनिधि मंडल का नेता शशि थरूर को चुन लिया।कांग्रेस ने तिलमिलाकर कहा कि जब किसी को शामिल करना ही नहीं था तो नाम मांगने का नाटक क्यों किया गया? राष्ट्रीय एकता के मुद्दे पर जुमलेबाजी और नाटकबाजी नहीं होनी चाहिए।
असल में कांग्रेस ने गौरव गोगोई, आनंद शर्मा, नासिर हुसैन और राजा बरार का नाम दिया था।यह नेता अपना सा मुंह लेकर रह गए क्योंकि मोदी सरकार ने खुद फैसला लेकर शशि थरूर को प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करने के सर्वाधिक योग्य माना।इसकी वजह क्या हो सकती है? पहली बात यह कि शशि थरूर को डिप्लोमेसी की काफी अच्छी समझ है।वह यूएन में अंडर सेक्रेटरी या अवर सचिव रह चुके हैं।थरूर की अंग्रेजी पर पकड़ अंग्रेजों से भी अच्छी है।उनके जटिल अंग्रेजी शब्दों को समझने के लिए डिक्शनरी खोलनी पड़ती है।उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व ब्रिटिश सांसदों के सामने तीखा भाषण देते हुए डंके की चोट पर बताया था कि अंग्रेजों के भारत आने के पहले विश्व की अर्थव्यवस्था का 23 प्रतिशत भारत में ही था।यहां गांव-गांव में पाठशाला थी।
इस समृद्ध देश को 2 सदी से ज्यादा समय तक शासन कर अंग्रेजों ने लूटा और जलियांवाला बाग जैसा नरसंहार किया।थरूर के भाषण से अंग्रेज सांसद शर्मिंदा हो गए।उनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला था।निर्भीकता से तथ्यों के साथ अपनी बात रखने में शशि थरूर का जवाब नहीं है।इसके अलावा केरल से कश्मीर तक थरूर का संबंध रहा है।प्रधानमंत्री मोदी उन्हें भलीभांति जानते हैं।जब शशि थरूर ने 2 करोड़ रुपए देकर अपनी कश्मीरी प्रेमिका सुनंदा पुष्कर के लिए आईपीएल की टीम खरीदी थी
तब प्रधानमंत्री मोदी ने दोस्ताना तौर पर फिकरा कसा था- 2 करोड़ की गर्लफ्रेंड! वाह! मोदी और उनकी सरकार शशि थरूर पर इसलिए भी डोरे डाल रही है क्योंकि केरल में थरूर एक बड़ी राजनीतिक ताकत हैं।उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मल्लिकार्जुन खडगे के खिलाफ खड़े होने का साहस दिखाया था।जिस तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया, हिमंत बिस्वा सरमा व जितिन प्रसाद को बीजेपी ने अपने साथ लिया वैसे ही थरूर को भी ले सकती है।