2036 का ओलंपिक आयोजन (सौ. डिजाइन फोटो)
नवभारत डिजिटल डेस्क: भारत ने 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी का दावा पेश किया है लेकिन वह अकेला ही इस दौड़ में नहीं है।कतर के अलावा तुर्किए, हंगरी, जर्मनी, इंडोनेशिया भी अपने देश में ओलंपिक कराने की दावेदारी पेश कर रहे हैं।दोहा में नामी खिलाड़ियों रोजर फेडरर और डेविड बेकहम ने कतर का पक्ष लिया है।जहां तक भारत का प्रश्न है, वह 2 वर्षों से अपनी दावेदारी को लेकर सक्रियता दिखा रहा है।2036 ओलंपिक का शताब्दी वर्ष है इसलिए इस आयोजन की महत्ता ऐतिहासिक होगी।
कतर ने अपने पक्ष में दावा किया है कि उसने 2022 का फीफा वर्ल्ड कप अपने यहां सफलतापूर्वक आयोजित किया था।इसके अलावा उसके पास ओलंपिक के लिए 95 प्रतिशत विश्वस्तरीय खेल स्थल तैयार हैं जिन्हें उच्चस्तर पर परखा जा चुका है।पिछले 20 वर्षों में कतर ने 18 विश्व चैंपियनशिप प्रतियोगिताएं आयोजित की हैं।2006 में उसने एशियाई खेलों का आयोजन किया था और फिर 2030 में भी करने जा रहा है।उसे विश्वस्तरीय खेल आयोजन का व्यापक अनुभव है।कतर ने यह भी दावा किया कि यदि उसे 2036 के ओलंपिक की मेजबानी दी गई तो यह मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में पहला ओलंपिक और पैरालंपिक होगा।अरब देशों को इस पर अभिमान होगा।कतर खुद को विश्व कूटनीति का केंद्र भी बता रहा है।
जहां तक भारत की ओलंपिक आयोजन दावेदारी का मुद्दा है, उसने अपने आशयपत्र में कहा है कि 2036 का ओलंपिक देश के विकसित भारत 2047 विजन से सुसंगत है।भारत में व्यापक सांस्कृतिक विविधता है तथा यह हिंदू, इस्लाम, ईसाई, सिख, बौद्ध व जैन धर्मों के रंगबिरंगे गुलदस्ते के समान है।इस क्षेत्र को ऐसे आयोजन की जरूरत है जो खेलों की विविधता और सामाजिक लाभ के प्रति हमारी आवश्यकता को मुखरित कर सके।इस माह के आरंभ में भारत ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ के सामने बताया कि अहमदाबाद को ओलंपिक सिटी के रूप में तेजी से विकसित किया जा रहा है।वहां सरदार वल्लभभाई पटेल एनक्लेव के निर्माण का काम जारी है।
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भारत 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स का अहमदाबाद में आयोजन करेगा।इसके अलावा 2027 में महिला वॉलीबाल विश्व प्रतियोगिता तथा 2028 में विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप भी वहां होगी।इसी वर्ष अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप तथा एशियाई तैराकी चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा।ओलंपिक के लिए आधारभूत संरचना और भवनों का निर्माण भी किया जाने लगा है।
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा