अर्जुन एरिगैसी (फोटो-सोशल मीडिया)
World Rapid and Blitz Chess Championships: भारत के लिए वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप 2025 यादगार रही, जहां एक ओर मैग्नस कार्लसन ने अपना दबदबा कायम रखा, वहीं भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन कर देश को गौरवान्वित किया। वहीं महिला वर्ग में कजाकिस्तान की बिबिसारा असाउबायेवा ने विश्व ब्लिट्ज़ चैंपियन का खिताब जीतकर सुर्खियां बटोरीं। इस चेस चैंपियनशिप का सफल समापन हुआ।
दोहा (कतर) में आयोजित वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए रिकॉर्ड नौवां विश्व ब्लिट्ज खिताब जीता, वहीं भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने रैपिड और ब्लिट्ज—दोनों वर्गों में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड नौवां विश्व ब्लिट्ज खिताब अपने नाम किया। इससे पहले वह रैपिड चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीत चुके थे। फाइनल में कार्लसन ने युवा उज्बेक ग्रैंडमास्टर नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को कड़े मुकाबले में 2.5–1.5 से हराया। पहले तीन गेम के बाद दोनों खिलाड़ी 1.5–1.5 से बराबरी पर थे, लेकिन निर्णायक क्षणों में कार्लसन की बेहतरीन एंड-गेम रणनीति ने उन्हें खिताब दिला दिया। क्वालिफाइंग स्विस राउंड में संघर्ष के बावजूद नॉकआउट चरण में खिताब जीतना उनके अनुभव और मानसिक मजबूती को दर्शाता है।
दूसरी ओर, भारतीय शतरंज के उभरते सितारे 22 वर्षीय अर्जुन एरिगैसी ने इस चैंपियनशिप में देश का मान बढ़ाया। उन्होंने पहले रैपिड वर्ग में कांस्य पदक जीता और इसके बाद ब्लिट्ज इवेंट में भी तीसरा स्थान हासिल किया। इसके साथ ही अर्जुन विश्वनाथन आनंद के बाद पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने एक ही विश्व चैंपियनशिप में रैपिड और ब्लिट्ज दोनों फॉर्मेट में पदक जीतने में कामयाब रहे हैं।
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ब्लिट्ज चैंपियनशिप में अर्जुन का प्रदर्शन खास तौर पर प्रभावशाली रहा। उन्होंने स्विस सेगमेंट में 19 में से 15 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया और फाइनल में पहुंचने के बेहद करीब थे। हालांकि सेमीफाइनल में उनका सामना नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव से हुआ, जहां पहले दो गेम हारने और एक ड्रॉ के बाद उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।